सहायक आयुक्त महेश आहेर के मामले में एनसीपी और कांग्रेस पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने TMC के सामने दिया धरना

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    ठाणे : कांग्रेस (Congress) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) की महिला कार्यकर्ताओं (Women Workers) ने महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) के समक्ष नगर सहायक आयुक्त महेश आहेर (Mahesh Aher) को निलंबित करने की मांग को लेकर धरना (Protest) दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने काली पोशाक पहनकर पार्टी कार्यालय से ठाणे  महानगरपालिका मुख्यालय तक मार्च निकाला। इस विरोध प्रदर्शन में एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड की पत्नी ऋता आव्हाड और ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण भी शामिल हुए। 

    राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता जितेंद्र आव्हाड और उनके परिवार को मारने के लिए तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर बाबाजी उर्फ सुभाष सिंह ठाकुर की मदद से शूटरों की तैनाती के बारे में बातचीत का एक ऑडियो टेप चार साल पहले प्रसारित किया गया था और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि इस ऑडियो टेप में बातचीत सहायक आयुक्त महेश आहेर की है। इस ऑडियो टेप के प्रसारित होने के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने आहेर पर हमला बोला था और पिटाई कर दी थी। विधायक आव्हाड ने आक्रामक भूमिका निभाई और धमकी के मामले में पुलिस से आव्हाड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही उनकी पत्नी ऋता आव्हाड ने तमाम साक्ष्य देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर नाराजगी जताई। 

    ऋता आव्हाड ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जब आहेर से अस्पताल में मुलाकात को लेकर खंडन कर रहे है तो उनपर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे है। आखिरकार वास्तव में महेश आहेर के ऊपर किसका आशीर्वाद है? ऋता ने सवाल किया कि कांग्रेस और एनसीपी सहित नया विपक्षी दलों द्वारा इतने सबूत देने के बावजूद कौन उन्हें बचा रहा है, उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया। उन्होंने मांग की कि ठाणे महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर को कानून का पालन करना चाहिए और बिना किसी दबाव के महेश आहेर को तुरंत निलंबित करना चाहिए। 

    हमारे घर की महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित नहीं: चव्हाण 

    इस समय कांग्रेस के ठाणे अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण ने आरोप लगाया कि आहेर ने ग्यारहवीं पास के फर्जी प्रमाण पत्र देखकर उन्हें सहायक आयुक्त के पद पर प्राप्त किया है। इसके बाद से महानगरपालिका में बवाल शुरू हो गया है। जब से महेश आहेर को सहायक आयुक्त नियुक्त किया गया है, तब से ठाणे में अनधिकृत निर्माण बढ़ रहे हैं। हम, पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड और बीजेपी विधायक संजय केलकर अनाधिकृत निर्माण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लेकिन महेश आहेर द्वारा हमें धमकी मिल रही है। महेश आहेर ने मुझे हिस्ट्री शीटर सुभाष सिंह ठाकुर द्वारा जान से मारने की धमकी दी थी क्योंकि आपने अनधिकृत निर्माण के खिलाफ आवाज उठाई थी। इस संबंध में उन्होंने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। हालांकि, इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जो विक्रांत चव्हाण ने कहा कि आज अगर विधायक की बेटी को धमकियां दी जा रही हैं तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब हमारे घर की महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए अब मांग है कि मकोका के तहत महेश आहेर के खिलाफ मुकदमा दर्ज  की मांग। इस आंदोलन में एनसीपी शहर अध्यक्ष सुजाता घाग, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेखा पाटिल, पूर्व विरोधी पक्ष नेता प्रमिलाताई केणी, पूर्व पार्षद अपर्णा सालवी, मनीषा सालवी, वर्षा मोरे, अंकिता शिंदे, राकांपा महिला उपाध्यक्ष रचना वैद्य, कांग्रेस की रेखा मिरजकर सहित महिला कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।