उल्हासनगर के सरकारी छात्रावास में छात्रों को मिल रहा घटिया खाना, सुविधाओं से वंचित हैं बच्चे!

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    उल्हासनगर : कैंप 5 के शांति सदन में समाज कल्याण विभाग का पिछड़े वर्ग के बच्चों (Children) के लिए भारत रत्न डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) नामक सरकारी छात्रावास (Government Hostel) है। इस छात्रावास में करीब 28 से 30 छात्र पढ़ाई के लिए रह रहे है। लेकिन सरकार द्वारा इन छात्रावासों में बच्चों (Students) को जो सुविधाएं (Facilities) मिलनी चाहिए वह उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिससे इन बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। 

    इस छात्रावास के छात्रों को एक ठेकेदार के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन छात्रों की शिकायत है कि इन छात्रों को प्रदान किया जाने वाला भोजन बहुत खराब क्वालिटी का है। साथ ही आवास की व्यवस्था भी बहुत खराब है। इस छात्रावास में इन छात्रों के साथ-साथ घुस, चूहे भी रहते है। बेड पर लगा प्लाईवुड सड़ चुका है। कुछ दिन पहले इसी प्लाईवुड के टूटने से एक विकलांग लड़का नींद में गिर गया था। मनसे के शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख ने छात्रावास का दौरा किया और उसके बाद नवभारत मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा है कि सरकार की सुविधाएं केवल कागजों पर ही है और यह मामला गंभीर है। 

    इस दौरान पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे

    मनसे विद्यार्थी सेना के तनमेश देशमुख ने समाज कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त समाधान इंगले और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पिछड़ा वर्ग बाल छात्रावास के गृहपाल जीवी भेरे से मुलाकात की और अनुरोध किया है कि इन छात्रों को आवश्यक सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएं। देशमुख की मांग है कि इस छात्रावास के छात्रों को अच्छा भोजन उपलब्ध कराया जाए। वर्तमान ठेकेदार को तत्काल काली सूची में डालकर नए ठेकेदार की नियुक्ति की जाए। छात्रावास को अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर तत्काल मरम्मत की जाए। स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाना चाहिए। यहां रहने वाले छात्रों को दिया जाने वाला नकद भत्ता समय पर दिया जाए और बकाया भी तुरंत मुहैया कराया जाए। मनसे विद्यार्थी सेना के जिला संगठक मनोज शेलार, शैलेश पांडव, गणेश आठवले, रवि अहिरे सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी इस दौरान उपस्थित थे।