KDMC का रुक्मिणी बाई अस्पताल सुविधाओं से वंचित, बढ़ी मरीजों की चिंता

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    कल्याण : ठाणे जिले (Thane District) के ऐतिहासिक शहर कल्याण में स्थित कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका (Kalyan-Dombivli Municipal Corporation) का रुक्मिणी बाई अस्पताल (Rukmini Bai Hospital) दयनीय अवस्था में है और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। जिससे मरीज चिकित्सा सुविधाओं से वंचित रहते हैं। रुक्मिणी बाई अस्पताल बहुत पुराना और खस्ता हाल अवस्था में  दिखाई देता है। यहां पर आने वाले मरीज सुविधाओं से वंचित रहते हैं। अस्पताल की इमारत भी पुरानी होने से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में आ चुकी हैं। स्थानीय समाजसेवक, नागरिकों द्वारा अस्पताल की नई इमारत का निर्माण करने के साथ ही इस अस्पताल को अत्याधुनिक चिकित्सीय उपकरणों से लैश सरकारी अस्पताल बनाने की मांग की जा रही हैं। 

    इस बारे में केडीएमसी प्रशासन के साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर अपील की गई है कि इस अस्पताल को आधुनिक उपकरणों से लैस कर एक अच्छा सरकारी अस्पताल बनाया जाए। केडीएमसी के इस अस्पताल की हालत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी हाल ही में रुक्मिणी बाई अस्पताल में छत का प्लास्टर गिर गया था। गनीमत यह रही कि कोई इसकी चपेट में नही आया। इस घटना से यह साफ अंदाज लगाया जा सकता है कि इस अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों और उनके साथ आने वाले परिजनों का भी जीवन खतरे में पड़ सकता हैं। 

    अस्पताल और बिल्डिंग की वर्तमान स्थिति दयनीय  

    महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) के कल्याण शहर संयोजक रूपेश भोईर ने बताया कि इस अस्पताल के संबंध में केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को पहले ही आवेदन कर दिया था और उन्होंने अपनी ओर से महाराष्ट्र राज्य सरकार के महा विकास अघाड़ी के स्वास्थ्य विभाग को इस काम को लागू करने के लिए लिखा था। महाराष्ट्र राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजा गया है। लेकिन अभी तक इस पत्र या विचारों के आदान-प्रदान के संबंध में कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है। रुक्मिणी बाई अस्पताल और पूरी बिल्डिंग की मौजूदा हालत बेहद दयनीय है। इस अस्पताल में जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण उपकरण की सुविधाओं और जरूरी दवाओं की कमी के कारण, कई बीमार लोगों को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है और जबकि निजी अस्पताल का खर्चा उनके लिए वहनीय नहीं है। कई बार तो निजी अस्पताल ले जाने से पहले ही यहां बीमार व्यक्ति की मौत हो जाती है। 

    संबंधित विभाग से इस आवेदन पर ध्यानपूर्वक विचार करने मांग की गई है कि केडीएमसी के कल्याण स्थित रुक्मिणी बाई अस्पताल को अत्याधुनिक उपचार केंद्र बनाया जाए और इसके सभी कमरों में अत्याधुनिक स्वास्थ्य जांच प्रणाली स्थापित की जाए। डॉक्टरों और अन्य अधिकारी, कर्मचारियों के रिक्त पदों पर अविलंब नियुक्ति की जाए और जरूरी दवाएं और उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। रुक्मिणी बाई अस्पताल एक सरकारी और अत्याधुनिक स्वास्थ्य परीक्षण केंद्र बनाया जाए। 

    इससे लाखों नागरिकों को स्वास्थ्य चिकित्सा लाभ मिलेगा

    लोगों ने टेस्टिंग सिस्टम लगाने की मांग की है। रुक्मिणी बाई अस्पताल को अत्याधुनिक स्वास्थ्य परीक्षण उपकरणों से लैस एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र  के रूप में सरकारी अस्पताल बनाया जाता है तो इससे ठाणे जिले के दिवा गांव से लेकर कर्जत, कसारा तक सभी गरीब लोगों को फायदा होगा। मनसे पदाधिकारी रूपेश भोईर सहित स्थानीय समाजसेवकों कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से उम्मीद जताई है कि उनकी कार्य प्रणाली से अगर यह अस्पताल अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस सरकारी अस्पताल बनाया जाता हैं तो ऐतिहासिक शहर कल्याण ही नहीं आसपास ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही ठाणे जिले के लाखों नागरिकों को इससे स्वास्थ्य चिकित्सा लाभ मिलेगा। इस संबंध में बात करने के लिए केडीएमसी के रुक्मिणी बाई अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अश्विनी पाटिल से उनके मोबाइल नंबर पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने मोबाइल उठाने की जहमत नहीं उठाई।