कल्याण : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर समूह के प्रवर्तकों और आशा सेवक-सेविकाओं ने कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका (Kalyan Dombivli Municipal Corporation) के खिलाफ मुख्यालय (Headquarters) पर धरना दिया। महाराष्ट्र राज्य समूह प्रमोटर (Maharashtra State Group Promoter) और आशा स्वयंसेवक संघ (Asha Swayamsevak Sangh) के माध्यम से सरकार द्वारा दिए गए विभिन्न बकाया मानधन का भुगतान तुरंत करने की मांग की गई।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका में कार्यरत आशा स्वयंसेवकों को बकाया मानधन के रुपये नहीं दिए गए हैं। राज्य सरकार ने 17 जुलाई, 20 के सरकारी आदेश के अनुसार समूह प्रमोटरों के मानदेय में 3,000 रुपये और आशा स्वयंसेवकों के मानदेय में 2,000 रुपये की वृद्धि की है। मार्च 2021 तक की राशि का भुगतान कर दिया गया है। यह बढ़ोतरी अप्रैल 2021 के बाद से नहीं दी गई है। इसे तुरंत दिया जाना चाहिए ऐसी मांग की गई।
9 सितंबर, 2021 के सरकारी आदेश के अनुसार राज्य सरकार ने समूह प्रमोटरों के मानदेय में जो वृद्धि की है। जब तक कोरोना महामारी है तब तक समूह के प्रवर्तकों और आशा स्वयंसेवकों ने 500 रुपये प्रति माह का कोरोना भत्ता देने पर सहमति व्यक्त की है। यह राशि समूह के प्रवर्तकों और आशा स्वयंसेवकों को तत्काल दी जाए, साथ ही ग्रुप के प्रमोटरों और आशा वॉलंटियर्स को मोबाइल रिचार्ज के पैसे का भुगतान नहीं किया गया है, इसका भुगतान एरियर के साथ किया जाए। आशा स्वयंसेवकों को वह काम नहीं दिया जाए जिसके लिए उन्हें भुगतान नहीं किया गया है। कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के उपाध्यक्ष भगवान दावणे ने कहा कि कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के समूह प्रमोटरों और आशा स्वयंसेवकों ने इनके साथ ही अपनी अन्य मांगों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।