कल्याण : कोरोना काल (Corona Period) में कल्याण पश्चिम (Kalyan West) के ‘ए.एंड जी’ हॉस्पिटल (‘A&G’ Hospital) में लगातार दो सालों से काम करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ (Paramedical Staff) आज वेतन के लिए दर-दर भटक रहा है।
सिद्धार्थ सुराडकर, संदीप घोंगाणी, स्वाती जाधव, फिरदोश शेख, मनीषा देवघोडा, सोनल पारखे, साक्षी सिंह और नीतू भावसार के साथ ही अन्य दर्जनों कर्मचारियों ने चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के साथ-साथ कल्याण के एसीपी और डीसीपी को पत्र लिखकर ‘ए.एंड जी’ हॉस्पिटल के संचालकों पर आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने कोविड काल में आधा पगार (वेतन) देकर काम कराया और शेष पगार देने में आना-कानी कर रहा है।
ए.एंड जी हॉस्पिटल के पैरामेडिकल स्टाफ ने पत्र में यह भी खुलासा किया है कि उस दौरान कोरोना पीड़ितों से भारी भरकम रकम वसूल की जा रही थी, गौरतलब है कि कोरोना काल में शिकायत मिलने के बाद सर्व प्रथम ‘ए.एंड जी’ हॉस्पिटल का ही कोविड परमीशन रद्द किया गया था। मतलब महानगरपालिका द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक रकम वसूल किया गया था। इसलिए शिकायतकर्ता ने केडीएमसी कमिश्नर डॉ. विजय सुर्यवंशी से शिकायत की थी।
आज उसी अस्पताल में काम करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ खुद ही इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि अस्पताल प्रशासन ने मनमानी तरीके से कोरोना मरीजों का शोषण किया। जब इस मामले में ‘ए.एंड जी’ हॉस्पिटल के संचालक डॉ.अमित गर्ग से बातचीत की गई तो उन्होंने वेतन इश्यू को स्वीकार करते हुए कहा कि इसे जल्द से जल्द शॉट आउट कर लिया जाएगा।