Image: satpuratigerreserveofficial/Instagram
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    बदलापुर. बदलापुर (Badlapur) के पश्चिम में कात्रप परिसर है, यहां पहाड़ियों के पास मोहपाड़ा इलाके में सोमवार की दोपहर तेंदुए के पैरों के निशान और तेंदुए (Leopard) द्वारा एक बकरी का शिकार किए जाने की घटना सामने आई है। चौंकाने वाली बात यह है कि  ऊक्त  पहाड़ियों पर प्रतिदिन सुबह और शाम बदलापुर के सैकड़ों नागरिक मॉर्निंग और इवनिंग वॉक के लिए जाते है।  वन विभाग ने इलाके के आदिवासियों (Tribals) से घटना के बाद घरों से बाहर निकलते समय सतर्क रहने की अपील की है।

    पिछले कुछ सालों में बदलापुर की सीमा से लगे  मुरबाड और वांगणी परिक्षेत्र में तेंदुए दिखाई देने लगे है। जंगल में किसानों की गाय, भैंस और बकरियों का शिकार  के अलावा तेंदुओं द्वारा आदिवासियों पर हमला करने की घटनाएं भी सामने आई  है। हालांकि रविवार को बदलापुर के पश्चिम में मोहपाड़ा और शिरगांव इलाकों में तेंदुए देखा गए है। कात्रप  के पास मोहपाड़ा क्षेत्र के जंगल में एक तेंदुए के पैरों के निशान और एक बकरी मृत पाई गई,  स्थानीय निवासी काशीनाथ लहांगे ने सोमवार दोपहर वन विभाग को सूचित किया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम को तेंदुए के पैरों के निशान मिले।  वन विभाग के अधिकारी प्रमोद ठाकुर ने तेंदुए के पैरों के निशान लिए और मृत बकरी पर पंचनामा किया। वन विभाग के अधिकारी ने कहा है कि वांगणी के जंगलों  और अन्य क्षेत्रों में तेंदुए की आवाजाही नियमित है। 

    क्षेत्र में तेंदुओं की मौजूदगी के कारण आशंका जताई जा रही है कि सुबह या रात के समय यहां रहने वाले नागरिकों को तेंदुआ निशाना बना सकता है।  वन विभाग के अधिकारी प्रमोद ठाकुर ने कहा कि  वन विभाग तेंदुए की तलाश कर रहा है, लेकिन नागरिक अगले कुछ दिनों  मॉर्निंग वॉक पर न जाएं। वहीं  वन विभाग ने मोहपाड़ा क्षेत्र के आदिवासियों को रात के अंधेरे में अकेले न चलने, घर के बाहर अकेले न सोने और बच्चों और जानवरों को अकेला न छोड़ने की सलाह भी दी है।  हालांकि तेंदुए की दस्तक से परिसर के नागरिकों में भी भय का माहौल है।