महाराष्ट्र में बड़े युवा मतदाता (फ़ाइल फोटो)
महाराष्ट्र में बड़े युवा मतदाता (फ़ाइल फोटो)

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    अंबरनाथ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election) की घोषणा होते ही अंबरनाथ (Ambernath), बदलापुर (Badlapur), उल्हासनगर (Ulhasnagar) में रहने वाले उत्तर भारतीय अब अपने गांव (Village) जाने की तैयारी में है। वह अपने-अपने उम्मीदवार को जिताने की कोशिश करेंगे। अंबरनाथ, बदलापुर और उल्हासनगर में बड़े पैमाने पर औघोगिक इकाई है यहां बड़े पैमाने पर उत्तर भारत विशेष कर उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लोग इस क्षेत्र में बरसों से रहते हैं। 

    चुनाव आयोग द्वारा विधिवत रूप से चुनावी कार्यक्रम घोषित किए जाने के साथ ही लोगों ने अपने गांव जाने का मूड बना लिया है। गांव जाने और वापस आने के लिए लोग रिजर्वेशन करवाने में लगे हैं। आम दिनों की तुलना में स्थानीय आरक्षण कार्यालय में उत्तर भारतीयों  की भीड़ देखी जा सकती हैं। 

    मतदान के अधिकार का करेंगे उपयोग

    जब कई लोगों से उत्तर प्रदेश के चुनाव के मुद्दे पर बात शुरु हुई तो इनमें से अधिकांश लोगों ने बताया कि वह हर हाल में वह अपने गांव जाएंगे और वहां विधिवत रूप से मतदान करेंगे जब उनसे यह जानना चाहा कि क्या उन्हें गांव जाने के लिए रेलवे के टिकट के पैसे वगैरह का लालच दिया है  तो उनमें से सभी ने साफ इंकार करते हुए कहा कि भगवान का दिया सब कुछ है, लेकिन हम अपने पसंदीदा प्रत्याशी को विधायक बनाकर उन्हें उत्तर प्रदेश की सदन में भेजने की कोशिश करेंगे, ताकि क्षेत्र का विकास संभव हो सके। 

    मैं जौनपुर जिले का रहने वाला हूं, हमारे यहां सातवें चरण में मतदान है। मेरी पसंदीदा पार्टी के उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए अर्थात मतदान करने के लिए मैं परिवार सहित गांव जाऊंगा।

    -दिनेश अग्रहरी, उल्हासनगर

    एक वोट हार और जीत तय करता है। संविधान ने सभी को वोट करने का अधिकार दिया है इसलिए सभी को वोट करना ही चाहिए ताकि यह अफसोस न रहे कि फला आपराधिक पृष्ठभूमि वाला उम्मीदवार जीत गया। मेरे यहां दूसरे चरण में में वोटिंग है। मैं जरूर जाकर मतदान करूंगा।

    -एम.ए. अली, अंबरनाथ

    वैसे गांव जाने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है। मेरे परिवार के अन्य सदस्य वोटिंग के लिए जरूर प्रयागराज (इलाहाबाद) जाएंगे। मैं यहां एक राजनीतिक दल से जुड़ा हूं, यदि पार्टी मुझे उत्तर प्रदेश के चुनाव की जिम्मेदारी देती है तो यहां का अपना कारोबार दूसरे को सौंपकर गांव जाकर अपनी पार्टी के लिए काम करूंगा।

    -शेषधर प्रजापति, बदलापुर