नवी मुंबई में गुढ़ी पाड़वा लिए सजे बाजार, जानें कैसे हो रही तैयारी

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    -राजीत यादव

    नवी मुंबई: साढ़े तीन मुहूर्तों में से एक और हिंदू नव वर्ष का पहला दिन यानी गुढ़ी पाड़वा (Gudhi Padwa) पर्व अब बस कुछ ही दिन दूर है, जिसका स्वागत करने के लिए नवी मुंबई (Navi Mumbai) की बाजारों (Markets) की दुकानों को दुकानदारों द्वारा पहले से ही सजाया जा रहा है। पनवेल और उरण के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानें गुढ़ी पाड़वा की पूजा सामग्री से सज गई हैं, जहां पर भारी संख्या में लोग अपनी आर्थिक क्षमता के हिसाब से गुढ़ी पाड़वा से लिए सामग्री खरीदने के लिए आने लगे हैं।

    गौरतलब है कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण विगत 2 वर्षों से गुढ़ी पाड़वा सहित अन्य विभिन्न त्योहारों को नागरिकों द्वारा कोरोना (Corona) के नियमों के तहत मनाया जा रहा था, लेकिन अब कोरोना कम हो गया है, जिसके चलते राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंधों को गुड़ी पाड़वा से समाप्त कर दिया है। इसके चलते इस वर्ष बाजार में गुढ़ी पाड़वा की सामग्री खरीदने वालों की भीड़ उमड़ रही है। हिंदू नव वर्ष का पहला दिन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी गुढ़ी पाड़वा इस वर्ष 2 अप्रैल (शनिवार) को मनाया जाएगा। गुढ़ी पाड़वा का साढ़े तीन मुहूर्तों में से एक हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। नए वर्ष की शुरुआत पंचांग की पूजा और वाचन से होती है। इसलिए नागरिक बाजारों में पंचांग, पूजा सामग्री के साथ-साथ चीनी की गांठ, गुढ़ी की पूजा सामग्री खरीदते दिखाई दे रहे हैं।

    चीनी से बनी गांठें बनी आकर्षण का केंद्र

    गुढ़ी पाड़वा के लिए चीनी से बनी विशेष गांठें इस वर्ष विभिन्न रंगों में उपलब्ध कराई गई हैं, जो आकर्षण का केंद्र बन गई है। जिसकी कीमत 20 रुपए से 70 रुपए तक है। वैसे तो गुढ़ी के लिए साड़ी और अन्य सामान का उपयोग किया जाता है, लेकिन इस वर्ष बाजार में विशेष तौर की साड़ी के साथ-साथ हर्बल साड़ी उपलब्ध हैं। इस वर्ष बाजार में गुढ़ी की कीमत 150 से लेकर 450 रुपए हैं।

    महिला स्वयं सहायता समूहों की गुढ़ी पहली पसंद

    इस वर्ष खास बात यह है कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाई गई रेडीमेड गुढ़ी भी कई जगहों पर बेची जा रही है, जो गुढ़ी खरीदने वालों की पहली पसंद बन गई है। इस वर्ष गुढ़ी के लिए लगने वाली चुनरी 70 रुपए में बेची जा रही है। वहीं, पितल का लोटा 350 रुपए में बिक रहा है। इसके साथ ही इस वर्ष श्रीखंड, आम्रखंड, बासुंदी और मिठाई जैसे खाद्य पदार्थ भी बेचे जा रहे हैं जिनकी बाजार में काफी मांग है।