MNS exhibition of 500 pits

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    ठाणे. पिछले एक सप्ताह से शहर के बाहरी और आंतरिक सड़कों पर पड़े गड्ढों (Potholes) के कारण हो रहे यातायात जाम (Traffic Jam) से ठाणेकर त्रस्त है। एक दिन पहले  राज्य के कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) भी तीन घंटे फंसे रहे। वहीं एनसीपी (NCP) के ठाणे शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे ने राज्य के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री और जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र देकर शहर के अंदर आने वाले बड़े वाहनों को रोकने की मांग की थी।

    वहीं अब मनसे ने 500 गड्ढों की एक प्रदर्शनी लगाई है और गड्ढों के कारण इस मानसून में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। ठाणे शहर के अंतर्गत आने वाले घोडबंदर रोड, वागले इस्टेट, वर्तक नगर, माजिवडा, बालकुम, कोपरी परिसर के आंतरिक सड़कें गड्ढों के कारण चलनी हो गया है। साथ ही बहरी सड़कें जैसे एमएसआरडीसी और एमएमआरडीए के अधीन वाले सड़कों का भी तकरीबन यही हाल है। जिसके कारण आम लोगों को यातायात जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

    अपनी जान भी गवानी पड़ी

    हलांकि इन गड्ढों को भरने के लिए ठाणे महानगरपालिका प्रशासन के साथ-साथ एमएसआरडीसी और एमएमआरडीए विभाग करोड़ों रूपए खर्च कर गड्ढों की भराई करती है। लेकिन गड्ढे जस-के-तस बने हुए है। तकरीबन यही हालत शहर के ठाणे महानगरपालिका के अधीन और एमएमआरडीए के अधीन आने वाले फ्लाईओवर ब्रिजों का है। इन सभी जगहों पर पड़े गड्ढों के कारण प्रतिदिन ठाणेकरों को तीन से चार घंटे जाम में बिताना पड़ रहा है। कई लोगों की तो इन गड्ढों के चपेट में आने से अपनी जान भी गवानी पड़ी है।

    तीन घंटे तक यातायात जाम में फंसे रहे

    तीन दिन पहले ठाणे के घोड़बंदर रोड पर एक बाइक सवार की संतुलन बिगड़ने के कारण वह बड़ी गाड़ी के चपेट में आ गया। जिसके कारण मौके पर ही मौत हो गई। वहीं गुरुवार को तो हद हो गई और राज्य के हैवीवेट मंत्री छगन भुजबल भी मुंबई से नाशिक जा रहे थे और इस यात्रा के दौरान वे भी ठाणे के आनंद नगर चेक नाका से मानकोली तक पहुंचने के लिए तीन घंटे तक यातायात जाम में फंसे रहे। इसके बाद वे अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि वे अब कभी भी सडक मार्ग द्वारा नाशिक नहीं जाएंगे और अब आगे से ट्रेन पकड़कर नाशिक जाएंगे। गौरतलब है कि छगन भुजबल नाशिक जिले के पालकमंत्री है और वे वहां से ही प्रतिनिधित्व करते है। 

    पालकमंत्री, महापौर और आयुक्त के घर के सामने भी गड्ढों की भरमार 

    इन गड्ढों से पालकमंत्री, कमिश्नर और महापौर भी नहीं बच पाए है। इन सभी घरों के सामने से गुजरने वाले सड़कों पर भी गड्ढों की भरमार है। ऐसे में महानगरपालिका के प्रशासनिक अधिकारी और पालकमंत्री, महापौर सहित महानगरपालिका के अन्य पदाधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए मनसे ने जनहित और विधि विभाग के अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्रकर के नेतृत्व में शहर के विभिन्न सड़कों पर पड़े करीब 500 गड्ढों की प्रदर्शनी शुक्रवार को ठाणे आर्ट गैलरी में लगाई। इस प्रदर्शनी को लगाने के लिए मनसे के  देवेंद्र कदम, मनीष सावंत,स्वप्नील गुरव, संतोष कांबले, आशिष डोले, कृष्णा शर्मा आदि ने सहयोग किया। 

    ठाणे शहर की आंतरिक सड़कें हो या बाहरी, सभी सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़े है। इन गड्ढों की भराई के नाम पर ठाणेकरों के पैसों का अपव्यय हो रहा है। जिसके कारण आम ठाणेकरों को यातायात जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में संबंधित विभाग द्वारा गड्ढों को तत्काल नहीं भरा गया तो इसके लिए जबाबदार अधिकारीयों को मनसे अपने स्टाइल में सबक सिखाएगी।

    - स्वप्निल महिंद्रकर, शहर अध्यक्ष, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना