ठाणे: ठाणे संसदीय क्षेत्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के सांसद राजन विचारे (MP Rajan Vichare) की निजी सुरक्षा में कटौती (Security Cut) कर दी गई है। इस कटौती को लेकर स्वयं सांसद विचारे ने शिवसेना शिष्टमंडल के साथ मिलकर ठाणे पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह (Thane Police Commissioner Jaijit Singh) को निवेदन दिया। इस निवेदन में ठाणे पुलिस आयुक्तालय परिसर में शिवसैनिकों पर किए जा रहे प्रशासनिक अत्याचार का भी जिक्र किया गया है। विचारे ने खुले शब्दों में कहा है कि उनकी पुलिस सुरक्षा में कटौती एक गहरी राजनीतिक साजिश है। इससे उनके और उनके परिवार की जान का खतरा भी हो सकता है।
एमपी विचारे ने कहा कि इस कटौती से मेरे और मेरे परिवार के सुरक्षा को लेकर गंभीर समस्या हो गई हैं। राज्य सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है। सांसद विचारे की अगुवाई में शिवसेना शिष्टमंडल ने ठाणे पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह से मुलाकात कर उन्हें स्थिति की जानकारी दी। इस शिष्टमंडल में लोकसभा संपर्क प्रमुख मधुकर देशमुख, शहर प्रमुख प्रदीप शिंदे के साथ ही अन्य शिवसेना पदाधिकारी भी शामिल थे।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजा ई-मेल
सांसद विचारे ने महाराष्ट्र राज्य के पुलिस महासंचालक रजनीश शेठ, महाराष्ट्र राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भी ई-मेल द्वारा यह पत्र भेजा गया है। भेजे गए निवेदन पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि जब से राज्य में नई सरकार का गठन हुआ है तब से ठाणे जिले में शिवसेना पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर प्रशासनिक अत्याचार बढ़ गया है। राजकीय निर्देश के तहत शिव सैनिकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। अपने पत्र में सांसद विचारे ने बताया है कि शिवसैनिकों को राजनीतिक साजिश के तहत तड़ीपार किया जा रहा है। एमआरटीपी एक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है। इतना ही नहीं अभद्र भाषण की आड़ में अपराध दर्ज कराए जा रहे हैं। इतना ही नहीं शिवसेना कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लगाए जा रहे हैं।
चल रही है शिंदे गुट की तानाशाही
विचारे ने अपने लिखे निवेदन में जिक्र किया है कि ठाणे जिले में शिवसेना शिंदे गुट की तानाशाही चल रही है। उन्होंने खुले तौर पर आरोप लगाया है कि शिंदे गुट के ठाणे जिला प्रमुख नरेश म्हस्के के निर्देश पर आम शिवसैनिकों को परेशान किया जा रहा है। शिंदे गुट के द्वारा शिवसेना शाखाओं और वाचनालय पर अवैध कब्जा हो रहा है। इतना ही नहीं आनंद चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से शुरू दिवाली पहाट कार्यक्रम की जगह पर भी अवैध कब्जा जमा लिया गया है। शिवसेना पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जा रही है। जिस कारण कानून व्यवस्था की समस्या भी पैदा हो रही है। विचारे ने कहा है कि शिवसैनिक संयम रखकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों को बर्दाश्त कर रहे हैं। यदि किसी तरह की हिंसक वारदात होती है तो इसके लिए पूरी तरह एकनाथ शिंदे गुट जिम्मेदार होगा।
सुरक्षा में कटौती गंभीर चिंता का विषय
पुलिस आयुक्त को दिए गए निवेदन में सांसद राजन विचारे ने कहा है कि वे ठाणे संसदीय लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस कारण उन्हें नवी मुंबई, ठाणे और मीरा-भायंदर के स्थानीय नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए दिन-रात आना-जाना पड़ता है। ऐसी परिस्थिति में उनकी पुलिस सुरक्षा में कटौती गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने आशंका जताई है कि उनकी सुरक्षा में कटौती राजनीतिक साजिश के तहत हुई है। इस कारण वे पहले ही पुलिस प्रशासन को आगाह कर रहे हैं।