Navi Mumbai Municipal Corporation in action mode regarding dengue

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    नवी मुंबई. विगत 8 माह के दौरान नवी मुंबई महानगरपालिका (Navi Mumbai Municipal Corporation) के क्षेत्र में डेंगू (Dengue) के सिर्फ 8 मरीज (Patient) पाए गए हैं। इसके चलते महानगरपालिका प्रशासन कुछ राहत महसूस कर रहा था, लेकिन मौजूदा समय में एमएमआर (MMR) के तहत आने वाले क्षेत्रों में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या ने नवी मुंबई महानगरपालिका की चिंता बढ़ा दी है, जिसे गंभीरता से लेते हुए महानगरपालिका कमिश्नर ने डेंगू के रोकथाम करने के लिए महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) को एक्शन मोड़ में काम करने का निर्देश दिया है।

    गौरतलब है कि मानसून के शुरू होने के बाद जुलाई से नवंबर माह तक डेंगू और मलेरिया के संक्रमण के बढ़ने का खतरा बना रहता है। मौजूदा समय में एमएमआर के तहत आने वाले क्षेत्रों में यह दोनों बीमारियां बढ़ गई हैं। इसे देखते हुए महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर ने इन दोनों बीमारियों की रोकथाम करने के लिए महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग को नवंबर तक यानि और 2 माह तक सतर्क होकर काम करने का निर्देश दिया है। बता दें कि डेंगू की रोकथाम करने के बारे में महानगरपालिका कमिश्नर बांगर ने अधिकारियों के साथ विशेष तौर से बैठक की। इस बैठक में महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त संजय काकडे, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद पाटिल, डॉ. उज्वला ओतुरकर, महानगरपालिका की वाशी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. प्रशांत जवादे आदि ऑनलाइन वेब संवाद द्वारा उपस्थित थे।

    100 घरों का किया जाता है सर्वेक्षण

    नवी मुंबई महानगरपालिका के क्षेत्र में जिस घर में डेंगू का संदेहास्पद मरीज मिलता है, उस घर समेत आसपास के घरों का सर्वेक्षण करके इसकी रोकथाम करने का प्रयास जारी है। इस काम को और अधिक गतिमान करने का निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया है। डेंगू और मलेरिया के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर ने मच्छरों की उत्पत्ति के ठिकानों को खोजने और उन्हें नष्ट करने का निर्देश दिया है।

    कीटनाशक का छिड़काव और फॉगिंग अभियान

    नवी मुंबई महानगरपालिका के तहत आने वाले क्षेत्रों में डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों का खात्मा करने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर ने कीटनाशक का छिड़काव और फॉगिंग करने के अभियान को तेज करने के लिए आदेश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जिस तरह से कोरोना की रोकथाम करने के लिए हॉटस्पॉट निश्चित करके काम किया जा रहा है। इसी तरह जिन क्षेत्रों में डेंगू और मलेरिया के संदेहास्पद मरीज मिले, वहां पर इसका रोकथाम के लिए प्रभावशाली तरीके से काम करने के लिए कहा है।

    मुफ्त जांच और उपचार की व्यवस्था

    डेंगू से होने वाले खतरे को टालने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर ने महानगरपालिका क्षेत्र के नागरिकों से इस संक्रमण की रोकथाम में सहयोग करने की अपील की है। कमिश्नर ने नागरिकों से घरों में पानी नहीं जाम होने देने का सुझाव नागरिकों को दिया है। इसके साथ ही घर में रखी फूलदानी, पौधों वाले गमले, फ्रीज डिफ्रॉस्ट ट्रे, एसी डक्ट और फेंगशुई में जमा होने वाली पानी को नियमित तौर से बदलते रहने की सलाह दी है। इसके साथ ही उन्होंने डेंगू मलेरिया अथवा किसी अन्य बीमारी का लक्षण दिखाई देने पर महानगरपालिका की अस्पतालों में उसकी जांच और मुफ्त उपचार सुविधा का लाभ लेने का आवाहन किया है।