Abhijit Bangar

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    नवी मुंबई: नवी मुंबई महानगरपालिका ( Navi Mumbai Municipal Corporation) की आय (Income) को बढ़ाने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है, इसी प्रयास के तहत उन्होंने महानगरपालिका क्षेत्र की संपत्तियों को चिन्हित करने के लिए अत्याधुनिक लिडार तकनीक (Lidar Technique) द्वारा सर्वेक्षण (Survey) कराने का काम शुरू कराया है। सर्वेक्षण का यह काम 70 प्रतिशत पूरा हो गया है। शेष काम को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर द्वारा संबंधित ठेकेदार को दिया है। इस काम को ड्रोन के माध्यम से भी किया जाएगा, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार से अनुमति मिल गई है।

    गौरतलब है कि महानगरपालिका क्षेत्र की सभी संपत्तियों का सर्वेक्षण अत्याधुनिक लिडार तकनीक का उपयोग करके किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण कार्य को समय पर पूरा करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक यह काम किस तरह से और कितना किया गया है, इसकी जानकारी लेने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर द्वारा समीक्षा की गई। इस अवसर पर महानगरपालिका  की अतिरिक्त आयुक्त सुजाता ढोले, शहर अभियंता संजय देसाई, अतिरिक्त शहर अभियंता शिरीष अरादवाड़, नगर रचनाकार सोमनाथ केकाण और संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। उक्त बैठक में कमिश्नर ने महानगरपालिका के संपत्ति कर विभाग को वर्ष 2023-24 की अवधि के लिए लिडार सर्वेक्षण के आधार पर संपत्ति कर के बिल बनाने और संपत्ति धारकों को देने का निर्देश दिया है।

    ड्रोन के लिए पुलिस से अनुमति लेने का निर्देश

    लिडार तकनीक का उपयोग करके संपत्ति का 2 तरह से सर्वेक्षण किया जाएगा। पहले प्रकार का ऑन-साइट मोबाइल वैन लिडार सर्वेक्षण यानी स्थलीय लिडार सर्वेक्षण किया जा रहा है। जो प्रगति पर है, जिसके तहत अब तक सर्वेक्षण का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दूसरे प्रकार में ड्रोन से सर्वे किया जाएगा, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार से जरूरी अनुमति ले ली गई है। इस काम के लिए अब स्थानीय पुलिस प्रशासन की अनुमति की आवश्यकता है, जिसके लिए महानगरपालिका कमिश्नर बांगर ने महानगरपालिका के अतिरिक्त शहर अभियंता को शीघ्रता से अनुमति प्राप्त करने का निर्देश दिया है।

    12 स्थानों पर बनाया जा रहा ग्राउंड कंट्रोल पॉइंट

    लिडार तकनीक का उपयोग करके स्थलीय सर्वेक्षण को चिह्नित करने के लिए नवी मुंबई महानगरपालिका के क्षेत्र में 12 स्थानों पर बेस मार्किंग के लिए ग्राउंड कंट्रोल पॉइंट (जीसीपी) स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें से 7 ठिकानों पर यह काम पूरा किया गया है। शेष 5 ठिकानों के काम प्रगति के पथ पर है। इसका उपयोग मोबाइल लीडर और ड्रोन सर्वेक्षण द्वारा प्राप्त छवियों के भू-संदर्भ के लिए किया जाएगा और सभी जीआईएस डेटा सटीक रूप से प्राप्त किए जाएंगे। भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस मैपिंग) पर आधारित लिडार तकनीक का इस्तेमाल कर 360 डिग्री में व्यापक सर्वेक्षण किया जा रहा है।

    लिडार तकनीक द्वारा सर्वेक्षण से शहर में महानगरपालिका के स्वामित्व वाली संपत्तियों के साथ-साथ पानी के पाइप, सीवरेज लाइन, स्ट्रीट लाइट, विभिन्न नागरिक सुविधाओं के बारे में भी जानकारी अपडेट की जाएगी। यह जानकारी महानगरपालिका क्षेत्र की समग्र विकास योजना के लिए उपयोगी होगी। लिडार तकनीक से संपत्ति सर्वेक्षण से महानगरपालिका क्षेत्र की संपत्तियों के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे महानगरपालिका की आय में इजाफा होने की पूरी संभावना है।

    -अभिजीत बांगर, कमिश्नर, नवी मुंबई महानगरपालिका