उल्हासनगर: उल्हासनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कल्याण-मुरबाड रोड (Kalyan-Murbad Road) वरप गांव (Varap Gaon) परिसर में अंजान अर्थात बिना पहचान के फेरीवालों (Hawkers) को नो इंट्री (No Entry करने का निर्णय स्थानीय ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) ने लिया है। बच्चों को चोरी और बच्चों का अपहरण की सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रही जानकारी के कारण सावधानी बरतने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
इस संदर्भ में वरप गांव ग्राम पंचायत के सदस्य अश्विन भोईर ने बताया कि मेरे गांव की जनसंख्या 10 हजार के आसपास है, पिछले एक महीने से विविध सोशल मीडिया के माध्यम से गांव के नागरिकों को जानकारी मिली कि कुछ अज्ञात लोग बच्चों का अपहरण या फिर बच्चों की चोरी कर रहे है। भोईर का कहना है कि सेंकडों गांव वालों ने ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है, इसलिए ग्राम पंचायत ने नियमानुसर ऊक्त मुद्दे को गंभीरता से लिया और फेरी वालों को गांव में आने पर पाबंदी लगा दी है।
14 स्थानों पर लगाए गए नोटिस वाले बैनर
भोईर ने कहा कि वरप गांव में विभिन्न 14 स्थानों पर नोटिस के बैनर विभिन्न जगह लगाए गए हैं। भोईर ने बताया कि बच्चों की चोरी की घटना भले ही गांव में नहीं हुई है, लेकिन सावधानी के साथ-साथ दोपहर में टेम्पो में आलू-प्याज, सब्जी, कपड़े, चादरे आदि बेचने वाले फेरीवालों द्वारा स्पीकर से आवाज लगाने से गांव वालों को काफी दिक्कत हो रही थी और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है। इससे बचने के लिए बाहरी फेरीवालों पर रोक लगाई गई है। अश्विन भोईर का कहना है जो पुराने फेरीवाले है जो गांव वालों के परिचित हैं, उनके प्रति ढिलाई बरती जाएगी।