कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं : पालक मंत्री एकनाथ शिंदे

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    ठाणे : कानून और नियम सभी के लिए समान हैं, सरकार द्वारा निर्धारित नियम (Laid Down Rules) आम आदमी (Common Man), राजनेताओं (Politicians) और यहां तक कि मंत्रियों (Ministers) के लिए भी समान हैं।  इसलिए नियमों का पालन करना चाहिए, महाविकास अघाड़ी की सरकार (Maha Vikas Aghadi Government) मुख्यमंत्री (Chief Minister) के मार्गदर्शन में काम कर रही है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। उक्त मत जिला पालक मंत्री और नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Foster Minister and City Development Minister Eknath Shinde) ने व्यक्त किया। 

    ठाणे के श्रीनगर के वागले एस्टेट में नवनिर्मित मातोश्री गंगूबाई संभाजी अस्पताल का उद्घाटन समारोह ठाणे महानगरपालिका, छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल, कलवा और निजी अस्पताल के सहयोग से शिंदे के हाथों संपन्न हुआ। उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए यह बात करते हुए स्पष्ट किया कि सभी को नियमों के अनुसार व्यवहार करना चाहिए। मुख्यमंत्री को बार-बार निशाना बनाने के बारे में पूछे जाने पर राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री की आलोचना हो रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल महाविकास अघाड़ी सरकार की आलोचना कर रहा है और उन्होंने कोई अच्छा काम नहीं देखा। लेकिन कोरोना में भी सरकार ने अच्छा काम किया है और सभी इससे सहमत हैं। उन्होंने कहा कि देश के अन्य हिस्सों से लोगों को लेकर राज्य की शांति भंग करने की कोशिश करने की महाराष्ट्र राज्य की एक अलग संस्कृति है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गृह विभाग और गृह मंत्री राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम हैं। इस दौरान पालक मंत्री ने टीबी मुक्त ऐप का भी उद्घाटन किया और महानगर पालिका के फायर ब्रिगेड में उच्च वृद्धि वाले अग्निशमन वाहनों का शुभारंभ किया। 

    अस्पताल में ‘नो कैश काउंटर’ सिस्टम 

    ठाणे महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा (Commissioner Dr. Vipin Sharma) ने कहा इस अस्पताल (Hospital) में 100 बेड की व्यवस्था की गई है। अस्पताल सुपर स्पेशलिटी (Super Specialty) उपचार और सर्जरी की पेशकश करेगा, जिसमें कार्डियोवैस्कुलर स्क्रीनिंग और उपचार, यूरोलॉजी और अन्य चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं। इस अस्पताल में महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत नो कैश काउंटर सिस्टम से मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। सर्जरी से पहले की ओपीडी सेवाएं और मेडिकल टेस्ट भी मुफ्त होंगे।