कोई भी राजनीतिक दल उत्तर भारतीय समाज को वोटबैंक समझने की भूल ना करे: विश्वनाथ दुबे

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    कल्याण: आगामी महानगरपालिका चुनाव (Municipal Elections) में शिवसेना (Shiv Sena) और बीजेपी (BJP) उत्तर भारतीयों को चुनाव (Elections) में मौका देगी या नहीं ये तो भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है, लेकिन डोंबिवली के पिम्पलेश्वर महादेव मंदिर में होली मिलन समारोह के दौरान हिंदीभाषी जनता परिषद की मंच से एलान करते हुए संस्था के अध्यक्ष विश्वनाथ दुबे (Vishwanath Dubey) ने बिना नाम लिए शिवसेना-बीजेपी दोनों दलों को चेतावनी दे दी है। उन्होंने कहा कि हमारा समाज पीढ़ियों से यहां रह रहा है। अब समय बदल गया है इसलिए कोई भी राजनीतिक दल उत्तर भारतीयों को अपना वोटबैंक समझने की भूल ना करे।

    कांग्रेस पार्टी को उत्तरभारतीयों का हितैषी मानते हुए दुबे ने कहा कि हमें नगरसेवक की टिकट के लिए पार्टियों से भीख मांगना पड़ता है, जबकि हम लोग चाहें तो खुद के दम पर विधायक चुनकर ला सकते हैं। इसलिए हम लोगों ने इस बार संकल्प लिया है कि जो हमारे बारे में सोचेगा समाज भी उन्हीं के साथ रहेगा।

    पालकमंत्री ने किया पांच टिकट देने का वादा

    एक सवाल के जवाब में दुबे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिमखाना में एक बैठक हुई थी जिसमें जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने पांच टिकट देने का वादा किया है। मंच पर भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण एवं शिवसेना नेता आनंद दुबे, तात्या माने के अलावा समाजसेवी शोभनाथ मिश्रा, रामकृपाल दुबे, त्रिलोकीनाथ जायसवाल, मदन गुप्ता, डॉ. आरडी गौतम, सागर दुबे, राजेंद्र सिंह, नंदलाल चौबे, मनोज तिवारी, शशिभूषण दुबे, रामाश्रय मिश्रा, बालिकराम दुबे सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।

     महाराष्ट्र उत्तर भारतीय समाज की कर्मभूमि: रविंद्र चव्हाण

     इस दौरान भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण ने कहा कि भले ही जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ हो, महाराष्ट्र उत्तर भारतीय समाज की कर्मभूमि है और आज महाराष्ट्र के विकास में समाज के लोग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की शानदार जीत के लिए पूर्वमंत्री चव्हाण ने उत्तर भारतीय समाज को बधाई दी और उत्तर भारतीय भवन निर्माण में हर संभव सहयोग करने की बात कही।