पुरानी पेंशन योजना: कल्याण में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध, तहसीलदार कार्यालय में दिया ज्ञापन

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कल्याण : पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को लागू करने की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारी (Government Employees) राज्य भर में विरोध प्रदर्शन (Protests) कर रहे हैं और इसका असर कल्याण में भी दिखा है। कल्याण (Kalyan) में शिक्षकों (Teachers) ने काली पट्टी बांधी और महाराष्ट्र राज्य शिक्षा क्रांति संघ के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला अध्यक्ष गजानन पाटिल, महाराष्ट्र राज्य शिक्षा क्रांति संघ के जिला सचिव थॉमस शिंगारे के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार कार्यालय पर मोर्चा निकाला और  नायब तहसीलदार सुषमा बांगर को अपना ज्ञापन दिया। इसमें 2005 से पहले और बाद में अनुदान पर नियुक्त शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी और 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक शामिल हैं। मांग की गई कि सेवानिवृत्त शिक्षकों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। 

महाराष्ट्र राज्य शिक्षा क्रांति संघ के संस्थापक पूर्व विधायक रामनाथ मोते के आदेशानुसार प्रदेश अध्यक्ष सुधीर घागस हर तहसीलदार कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय में  ज्ञापन दिया गया है। सरकार ने एक नवंबर 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों की पेंशन बंद कर दी है। इन कर्मचारियों की पेंशन शुरू करने की मांग की गई है। छात्रों की पढ़ाई को नुकसान नहीं हो। इस लिए काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। ऐसी जानकारी जिला अध्यक्ष गजानन पाटिल ने दी। 

इस अवसर पर अमिता पाठक, रूपाली कुलकर्णी, उमा सिरगुरकर, मिलिंद बागुल, दिलीप पाटिल, प्रशांत जावले, राजेंद्र राठौड़, रोहिणी बाथे, पूनम सिंह, बिंसी बेलसन आदि ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।