ONION
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    राजीत यादव

    नवी मुंबई. वाशी (Vashi) स्थित एपीएमसी (APMC) की आलू-प्याज (Potato-Onion) की मंडी में प्याज के दाम (Price) में तेजी आने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। शनिवार को मंडी में 18 हजार 365 बोरी नए और पुराने प्याज (Onion) की आवक हुई, जिसे थोक में अधिकतम 20 से 30 रुपए किलो का दाम मिला,जबकि न्यूनतम 5 से 8 रुपए किलो का भाव मिला। थोक में प्याज के दाम में उछाल शुरू होने से लोगों को फिर से गणित बिगाड़ सकता है और प्याज फिर से उन्हें रुला सकता है, ऐसी प्रबल संभावना व्यापारियों द्वारा व्यक्त की जा रही है।

    गौरतलब है कि सितंबर के माह में वाशी स्थित आलू-प्याज की मंडी में प्याज की अधिकतम कीमत 16 रुपए और न्यूनतम कीमत 2 रुपए प्रति किलो थी, लेकिन अक्टूबर के शुरू होते ही प्याज ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। आलू-प्याज की मंडी में थोक में कारोबार कर रहे मनोहर तोतलानी के अनुसार मंडी में प्याज की आवक में कोई कमी नहीं है। पहले इसे खरीददार नहीं मिल रहे थे, इसके चलते प्याज की मांग अब बढ़ गई है,जिसकी वजह से थोक में प्याज का दाम बढ़ने लगा है, जिसमें और इजाफा होने की संभावना है।

    थोक में 35 रुपए किलो तक बिकने की संभावना

    तोतलानी ने बताया कि विगत 8 माह से प्याज को सिर्फ छोटे कारोबारी ही खरीद रहे थे। होटल वाले ज्यादा प्याज नहीं खरीद रहे थे, अब होटल वालों ने प्याज खरीदना शुरू किया है। मांग बढ़ने की वजह से इसके दाम भी बढ़ रहे हैं। शनिवार को यहां वीआईपी दर्जे के पुराने प्याज को 20 से 30 रुपए किलो अधिकतम दाम मिला, वहीं नए प्याज को 20 से 23 रुपए किलो का भाव मिला। शनिवार को मंडी में महाराष्ट्र के नासिक और लासलगांव, कर्नाटक से प्याज की आवक हुई। शनिवार को वीआईपी सुप्रीम दर्जे का प्याज 26 से 28 रुपए किलो बिका। आने वाले दिनों में थोक में प्याज 35 रुपए किलो तक बिकने की प्रबल संभावना है।

    आलू और लहसुन के दाम स्थिर

    तोतलानी के मुताबिक, जहां थोक में प्याज के दाम में तेजी शुरू हुई है, वहीं आलू और लहसुन के दाम स्थित हैं। शनिवार को मंडी में 16 हजार 824 बोरी आलू की आवक हुई, जिसे थोक में अधिकतम 14 रुपए किलो और न्यूनतम 3 रुपए किलो का दाम मिला। वहीं शनिवार को मंडी में 3 हजार 468 बोरी लहसुन की आवक हुई। जिसमें देसी व उटी के लहसुन का समावेश रहा। थोक में देसी लहसुन को जहां 20 से 80 रुपए किलो का दाम मिला, वहीं उटी से आए लहसुन को 30 से 100 रुपए किलो बेचा गया, जबकि लहसुन की कली को 20 से 40 रुपए किलो बेचा गया।