Mobile Tower
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    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) की तरफ से विभिन्न कंपनियों (Various Companies) को उसकी सीमा के भीतर मोबाइल टावर (Mobile Tower) लगाने की अनुमति दी गई है। लेकिन अभी भी दो कंपनियों का मामला अदालत में लंबित है। इससे ठाणे महानगरपालिका प्रशासन को तकरीबन 40 करोड़ का नुकसान हो रहा है। क्योंकि इन दोनों कंपनियों का मामला अदालत में है, इसलिए ठाणे महानगरपालिका संबंधित कंपनियों से कर वसूल नहीं कर पाया है। दूसरी ओर, ठाणे महानगरपालिका में संपत्ति विभाग में न केवल 752 मोबाइल टावर पंजीकृत किए गए हैं, हालांकि वास्तव में यह संख्या हजारों घरों में है, लेकिन महानगरपालिका ही अनधिकृत टावरों से बेखबर है। उक्त स्पष्टीकरण महानगरपालिका प्रशासन ने दिया। 

    ठाणे महानगर पालिका की सीमा में कितने मोबाइल टावर है। यह मुद्दा एनसीपी  नगरसेवक बाबाजी पाटिल ने उठाया। प्रश्नोत्तर के दौरान बाबाजी पाटिल ने शहर में मोबाइल टावर की जानकारी मांगी थी। वास्तव में शहर में कितने टावर हैं, इन मोबाइल टावरों से ठाणे महानगरपालिका को इस वर्ष कितनी वार्षिक आय हुई है और इन मोबाइल टावरों का कितना बकाया है और टावर का रिकॉर्ड क्या है। जिसका जवाब महानगरपालिका के कर संकलन उपायुक्त ज्ञानेश्वर ढेरे ने कहा कि ठाणे महानगरपालिका में संपत्ति विभाग में न केवल 752 मोबाइल टावर पंजीकृत किए गए हैं।

    जबकि अनधिकृत मोबाइल टावरों के बारे में उन्हें ज्ञात नहीं। लेकिन, वैध मोबाइल टावरों से इसे सालाना 26.93 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है। क्योंकि इन दो कंपनियों का मामला अदालत में है, इसलिए ठाणे महानगरपालिका संबंधित कंपनियों से कर वसूल नहीं कर पाया है। जिसके कारण ठाणे महानगरपालिका प्रशासन को तकरीबन 40 करोड़ का नुकसान हो रहा है। हालांकि नगरसेवक बाबाजी पाटिल प्रशासन के जवाब से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने उठाए गए सवालों का अलग तरीके से जवाब नहीं दिया और प्रशासन द्वारा इस वर्ष प्राप्त होने वाले वार्षिक राजस्व और मोबाइल टावरों की सही संख्या नहीं बताए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही उन्होंने शहर में लगे मोबाइल टावरों की सही संख्या के सर्वेक्षण की भी मांग की।