Mahavikas Aghadi occupies the district, BJP's lotus withers

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नवी मुंबई. मार्च के पहले हफ्ते में नवी मुंबई मनपा चुनाव (Navi Mumbai Municipal Corporation Election) होने की संभावना है, ऐसे में हार के भय से सभी दलों में भगदड़ मच गयी है। हालांकि सबसे अधिक दलबदल (Defection) की आशंकाएं भाजपा (BJP) खेमे में हैं।

हाल ही में दिघा के नवीन गवते दो नगरसेवकों संग शिवसेना (ShivSena) में चले गए। इससे पहले तुर्भे स्टोर्स के सुरेश कुलकर्णी ने 3 नगरसेवकों के साथ भाजपा (BJP) छोड़ दिया था। नयी खबर तुर्भे इलाके से सामने आयी है कि यहां की स्थाई समिति की पूर्व सभापति शुभांगी पाटिल और 2 अन्य नगरसेवक फिर राष्ट्रवादी कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं। नेरुल के 5 नगरसेवकों के भी महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) में शामिल होने की संभावना है।

अकेले भाजपा का जीतना मुश्किल

इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भाजपा का अकेले रह जाना है। नगरसेवकों की दलील है कि शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी के साथ आने से भाजपा अकेली पड़ गयी है ऐसे में जीत पाना मुश्किल दिख रहा है। और यही वजह है कि अधिकांश नगरसेवक अपनी हार के भय से दूसरे दलों का दामन थामने को बेताब हैं। इसमें उन नगरसेवकों का नाम सामने आ रहा है जो गणेश नाईक के सबसे करीबी हैं। पिछले विधान सभा चुनाव से पहले ये  नगरसेवक गणेश नाईक के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन वे नाईक का साथ छोड़कर भाग रहे हैं।

भाजपा के जिलाध्यक्ष रामचंद्र घरत ने कहा कि महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) कहने के लिए ताकतवर दिख रही है। हकीकत में अंदर से टूटी फूटी है। मनपा चुनाव में भाजपा के सामने टिक पाना उसके लिए संभव नहीं है। नवी मुंबई में बीजेपी खेमा मजबूत है और दोनों विधायकों ने जनता के लिए दिन रात काम किया है। इसलिए जीत भाजपा की होगा और मनपा में हमारा महापौर बनेगा।