उल्हासनगर. एक विशेष जाति-धर्म(Caste Religion) के रूप में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया पार्टी की पहचान(Identification) अब से मिटा(Erase) दी जाएगी। पार्टी सभी जातियों और धर्मों के लिए खुली है। हालांकि, केंद्र की बीजेपी सरकार संविधान(Constitution) के खिलाफ नहीं बल्कि संविधान की रक्षा(Defense) के लिए है, इसलिए हम उनके साथ है। केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने ऐसी प्रतिक्रिया(Response) व्यक्त(Express) की।
रामदास अठावले ने रविवार को रीजेंसी एंटीलिया क्लब, उल्हासनगर-1 में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया पार्टी की 64वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के भीतर गुटबाजी से पार्टी को काफी नुकसान हुआ है। मैंने खुद अपने स्तर पर एक साथ आने की पूरी कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से यह सफल नहीं हुआ। यद्यपि हम एक विशेष समुदाय की पार्टी के रूप में भारतीय रिपब्लिकन पार्टी की पहचान को मिटाने जा रहे हैं, हम इस पार्टी में सभी जातियों और धर्मों के लोगों को शामिल करने का प्रयास करेंगे। देखने में आया है कि कुछ इलाकों में ही रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की शाखाएं हैं, लेकिन अब अलग-अलग जगहों पर शाखाएं स्थापित कर पार्टी को मजबूत किया जायेगा।
20 लाख रुपये देने की मांग
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता और केंद्रीय मंत्री अठावले ने कहा कि आगामी उल्हासनगर नगर निगम चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया बीजेपी के साथ है और हमारी मांग है कि सीटों और महत्वपूर्ण पदों का उचित आवंटन हो। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार के सत्ता में आने के बाद महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी है। उन्होंने यह भी मांग की कि डोंबिवली में एक नाबालिग लड़की के साथ अत्याचार के मामले को फास्ट ट्रैक पर चलाया जाए और सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। अठावले के मुताबिक, हमने पार्टी की ओर से पीड़ित परिवार को एक लाख रुपये दिए हैं, उन्होंने राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये देने को भी कहा।