Cement Plant

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    भिवंडी : अंजुर मानकोणी गांव क्षेत्र में 4 सीमेंट संयंत्र (Cement Plant) की स्थापना से स्थानीय लोगों सहित आसपास क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रदूषण (Pollution) के साथ सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents) का सामना करना पड़ रहा है। सीमेंट प्लांट की वजह से निर्मित विकट समस्या के कारण स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। स्थानीय निवासी प्रशासन और जन प्रतिनिधियों (Public Representatives) पर जानबूझकर कर अनदेखी करने का आरोप लगा रहे है।

    गौरतलब है कि भिवंडी के अंजूर, माणकोणी, दिवे अंजूर गांव पंचायतों में सीमेंट प्लांट है जो 24 घंटे निरंतर संचालित होता है। सीमेंट प्लांट के कारण आसपास गांवों में भारी मात्रा में प्रदूषण फैल रहा है। सीमेंट प्लांट में रेडी मिक्सर वाहनों के आवागमन के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या बना रहता है। सीमेंट प्लांट से निकलने वाले प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने, आंखों में जलन, सिर दर्द आदि घातक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उक्त प्रकार का आरोप स्थानीय निवासी मनीष तरे ने जिला अधिकारी, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार और प्रदूषण नियंत्रण मंडल को निवेदन पत्र देकर किया है। 

    बढ़ रहे सड़क हादसे

    सीमेंट प्लांट के कारण मानकोणी, अंजुर, अलीमघर रोड पर ट्रैफिक बढ़ने से अंजुर और पंचकोशी,अलीमघर, सुरई, भरोड़ी गांवों में दोपहिया और रिक्शा चालकों की दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है। कई लोगों की जान जा चुकी है। सामाजिक कार्यकर्ता मनीष तारे ने इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए तहसीलदार अधिक पाटिल को निवेदन पत्र देकर मांग की है  कि अगर सीमेंट प्लांट पर कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित गांव पंचकोशी के नागरिकों के साथ तहसीलदार कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। सीमेंट प्लांट की जांच कर 2 दिन के भीतर इसका निरीक्षण कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आश्वासन तहसीलदार अधिक पाटिल ने दिया है।