उल्हासनगर: उल्हासनगर (Ulhasnagar) और कल्याण की सीमा पर से बहने वाली वालधुनी नदी (Waldhuni River) में हजारों लीटर घातक केमिकल छोड़ते समय रंगे हाथों टैंकर चालक को पुलिस के हवाले करने का काम उल्हासनगर और अंबरनाथ के नदी मित्रों ने किया। पुलिस ने नदी को दूषित करने के मामले में टैंकर के ड्राइवर और कंपनी मालिक के खिलाफ मामला दर्ज (Case Registered) कर लिया है।
अंबरनाथ, उल्हासनगर और कल्याण से बहने वाली वालधुनी नदी को प्रदूषण मुक्त (Pollution Free) किए जाने की विगत लंबे अर्से से सरकार और एनजीओ के माध्यम से प्रयास शुरू हैं, लेकिन चंद रुपयों की खातिर कुछ केमिकल माफियाओं द्वारा रसायन युक्त पानी को सीईटीपी में प्रक्रिया के लिए ले जाने के बजाए उस केमिकल ऊक्त पानी को सीधे तौर पर स्थानीय नदी में छोड़ने की घटनाएं सामने आती रही हैं। ऐसे टैंकर वालों को पकड़ने के लिए एनजीओ के पदाधिकारी पिछले कुछ महीनों से प्रयास में थे।
टैंकर से छोड़ रहा था केमिकल
शुक्रवार की देर रात एसिडनुमा घातक और विषैला केमिकल छोड़ते हुए उल्हासनगर के समाजसेवी और वालधुनी नदी मित्र पियुष वाघेला, नरेश सालवे, सत्यजीत बर्मन और उनके मित्र परिवार द्वारा टैंकर चालक को पकड़ा। वालधुनी नदी पुल, शांति नगर के आगे, वालधुनी कल्याण में यह टैंकर से पाइप द्वारा वालधुनी नदी में केमिकल छोड़ रहा था।
कई धाराओं के तहत पुलिस ने दर्ज किया केस
कल्याण स्थित महात्मा फुले पुलिस का कार्यक्षेत्र होने के कारण ऊक्त पुलिस ने टैंकर चालक नजर मोहम्मद अंसारी सहित अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एमपीसीबी अधिकारी बाबासाहेब कुकडे की शिकायत पर टैंकर चालक और दोढिया केमटॅक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ख़िलाफ़ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच महात्मा फुले पुलिस स्टेशन के पीएसआई दिपक सरोदे द्वारा की जा रही है।