ध्वजारोहण को लेकर ठाकरे और शिंदे समूह में तनाव

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    ठाणे : ठाणे में शिवसेना (Shiv Sena) के केंद्रीय शाखा में ध्वजारोहण (Flag Hoisting) को लेकर ठाकरे समूह द्वारा अनुमति मांगने और पुलिस द्वारा इनकार किये जाने से तनाव की स्थिति बन गई है। ठाकरे समूह के शिवसैनिकों (Shiv Sainiks) ने सांसद राजन विचारे (MP Rajan Vichare) और जिला प्रमुख केदार दिघे (District Chief Kedar Dighe) और शिवसेना उपनेता अनिता बिर्जे (Anita Birje) के नेतृत्व में नौपाड़ा पुलिस का घेराव किया। 

    गौरतलब हो कि ठाणे में शिवसेना की केंद्रीय शाखा में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आधी रात को झंडा फहराने की परंपरा है। यह परंपरा कई दशकों से चली आ रही है और स्वर्गीय आनंद दिघे द्वारा शुरू की गई परंपरा को वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जारी रखा है। हालांकि, इस साल आधी रात को ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए ठाकरे समूह के शिवसैनिकों को अनुमति नहीं दी गई है। इससे तनाव की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय नौपाड़ा पुलिस ने कानून-व्यवस्था को रोकने के लिए सांसद राजन विचारे, जिला प्रमुख केदार दिघे समेत कई शिवसैनिकों को नोटिस जारी किया है। 

    एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 40 विधायकों के साथ बगावत की और सरकार बनाने के लिए बीजेपी में शामिल हो गए और राज्य के मुख्यमंत्री बने। दिलचस्प बात यह है कि पिछले कुछ वर्षों से ठाणे अकेले ही जिले का नेतृत्व कर रहे हैं, इसलिए जब से उन्होंने शिवसेना से नाता तोड़ लिया है, जिले के अधिकांश पदाधिकारी और पूर्व नगरसेवक शिंदे के साथ चले गए हैं। हलांकि, कुछ वफादार शिवसैनिक अभी भी ठाकरे की शिवसेना के साथ हैं। शिंदे समूह द्वारा कई शाखाओं को भी अपने कब्जे में लेने की कोशिश की गई थी, लेकिन स्थानीय शिव सैनिकों, चंदनवाड़ी शाखा के प्रतिरोध के कारण, जिले की मुख्य शाखा अभी भी वफादार शिव सैनिकों के नियंत्रण में है। 

    शिवसैनिकों को कोई नहीं रोक सकता: राजन विचारे

    पुलिस द्वारा अनुमति देने से इनकार किए जाने को लेकर सांसद राजन विचारे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सत्ता का दुरूपयोग है और ठाकरे के सच्चे शिवसैनिकों को नोटिस जारी करना गलत है। किया जा रहा है, लेकिन वह शाखा शिवसेना की है, हम सैनिक हैं। झंडे को सलाम करना और राष्ट्र गीत गाना कोई अपराध नहीं है। विचारे ने कहा कि शिवसैनिक शाखा में मौजूद रहकर झंडा वंदन करेंगे और राष्ट्रीय गीत जरूर गाएंगे। 

    ध्वजारोहण कार्यक्रम का राजनीतिकरण करना गलत: केदार दिघे

    शिवसेना के जिला प्रमुख केदार दिघे ने कहा कि दिवगंत आनंद दिघे ने झंडा फहराने की परंपरा शुरू किए थे। हम इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए अनुमति मांग रहे थे। लेकिन इस प्रकार अनुमति देने से इनकार करना सत्ता का दुरूपयोग हो रहा है और पुलिस दबाव में काम कर रही है। दिघे ने कहा कि इस तरह से नोटिस जारी करना एक प्रकार से ध्वजारोहण कार्यक्रम का राजनीतिकरण किया जा रहा है जोकि निंदनीय है।