ठाणे की हवा हुई प्रदूषित

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    ठाणे : आर्थिक नगरी मुंबई (Mumbai) के वायु प्रदूषण (Air Pollution) में वृद्धि के बाद अब उसके मुहाने पर बसा ठाणे शहर ( Thane City) की हवा भी सबसे प्रदूषित समूह में आ गई है। मंगलवार दोपहर शहर की हवा की गुणवत्ता बेहद प्रदूषित श्रेणी में पहुंच गई है। शहर की हवा 101.55 फीसदी प्रदूषित पाई गई है। महानगरपालिका प्रदूषण नियंत्रण का विभाग का कहना है कि शहर में अधिक वाहनों की आवाजाही और मेट्रो 4 परियोजना के कारण हवा में धूल कण के प्रमाण बढ़ा है। जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई है। 

    प्रदूषण विभाग द्वारा वायु गुणवत्ता को चार श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें हरा, पीला, नारंगी और लाल रंग शामिल हैं। हरा रंग अति शुद्ध वायु के रूप में विख्यात है। पीला रंग मध्यम प्रदूषण को दर्शाता है, नारंगी रंग प्रदूषण को दर्शाता है और लाल रंग अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्र को दर्शाता है। जिसके आधार पर पाया गया कि पिछले कुछ दिनों से ठाणे के कुछ हिस्सों में भी सुबह या दोपहर का वातावरण प्रदूषित होता नजर आ रहा है। साथ ही, यह देखा गया कि ठाणे में दिन भर वाहनों के आवागमन से भरे रहने वाले तीन हाथ नाका क्षेत्र को भी अत्यधिक प्रदूषित के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ऐसा देखने में आया है कि तीन हाथ नाका के इलाके में चल रहे वाहनों और मेट्रो के काम से हवा प्रदूषित होती है। 

    शहर के 16 मुख्य चौराहों पर प्रदूषण की माप की जाती है

    पिछले कुछ दिनों में मुंबई के बाद अब ठाणे में भी वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले कुछ दिनों से सुबह के सत्र में बादल छाए रहे और धुंध छाई रही। लेकिन जब शहर में प्रदूषण के स्तर की जांच की गई तो देखा गया कि ठाणे की हवा भी प्रदूषित हो गई है। शहर के समग्र प्रदूषण स्तर पर नजर डालें तो यह 101.55 प्रतिशत यानी अत्यधिक प्रदूषित पाया गया है। तीन हाथ नाका क्षेत्र भी अत्यधिक प्रदूषित समूह में आ गया है और यहां का वायु प्रदूषण 154.78 प्रतिशत पाया गया है। यहां की हवा में धूल के कणों में इजाफा हुआ है। बता दें कि वर्तमान में इस क्षेत्र में वाहनों का आवागमन बढ़ गया है और पिछले कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में मेट्रो का काम चल रहा है, जिससे प्रदूषण में वृद्धि हुई है। साथ ही शहर के 16 मुख्य चौराहों पर प्रदूषण को मापा जाता है। इसके मुताबिक शहर में प्रदूषण का स्तर 101.55 फीसदी पाया गया है। 

    औद्योगिक क्षेत्र में भी बढ़ा प्रदूषण 

    शहर के अंतर्गत आने वाले औद्योगिक क्षेत्र में रेप्टाकोस ब्रेट एंड कंपनी के अधीन वागले इस्टेट स्थित और शास्त्री नगर जैसे स्थानों में भी वायु प्रदूषण कुछ हद तक बढ़ा है। यहाँ पर 69.83 प्रतिशत वायु प्रदूषण पाया गया है। 

    रहिवासी क्षेत्रों की हवा भी हुई प्रदूषित 

    शहर के रहिवासी क्षेत्रों में भी प्रदुषण बढ़ा है। शहर के कोपरी प्रभाग समिती कार्यालय के आसपास के इलाके में भी हवा बहुत प्रदूषित पाई गई है और यहां की हवा की गुणवत्ता 100.67 फीसदी पाई गई है। शहर के मध्य में स्थित नौपाड़ा के शाहू मार्किट के आसपास के व्यावसायिक क्षेत्र के आलावा रहिवासी क्षेत्र की भी हवा अत्यधिक प्रदूषित पाई जाती है और यहाँ की मात्रा 80.92 प्रतिशत है।