Thane Municipal Corporation
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    ठाणे : संपत्ति कर के बाद अब महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) ने पानी (Water) के बिल (Bill) की वसूली (Recovery) पर जोर देना शुरू कर दिया है। ऐसे में पानी बिल का बकाया का भुगतान न करने वालों पर शिकंजा कैसा जाने वाला है और बिल न भरने वालों का नल काटने के लिए विशेष मुहीम छेड़ा जाएगा। 

    कोरोना काल में महानगरपालिका के राजस्व की वसूली काफी प्रभावित हुई थी। संपत्ति कर और जल भुगतान की वसूली को छोड़कर अन्य विभागों ने अपेक्षित कर की वसूली नहीं की थी। जिसका असर महानगरपालिका के अन्य विकास कार्यों पर खर्च किये जाने वाले निधि पर भी पड़ा था। हालांकि, पिछले साल उम्मीद के मुताबिक पानी के बिल नहीं वसूले गए। पिछले साल जलापूर्ति विभाग को 158 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन, इसमें से सिर्फ 125 करोड़ रुपए ही जलापूर्ति विभाग वसूल कर पाया था। यही कारण है कि महानगरपालिका जलापूर्ति विभाग इस साल अप्रैल से ही बड़े बकाये पर विशेष ध्यान दे रहा है और अब इसके लिए मुहीम छेड़ने का निर्णय लिया है। 

    अब 12 करोड़ रूपए की हुई वसूली 

    ठाणे महानगरपालिका के जलापूर्ति विभाग की तरफ से बनाई गई विभिन्न टीमों ने इस साल बकाया और नियमित भुगतान समेत अब तक कुल 12 करोड़ 12 लाख रुपए के पानी के बिल की वसूली की है। जबकि पिछले साल इसी अवधि में 13.24 करोड़ रुपए की वसूली हुई थी। इसलिए पिछले साल की तुलना में इस साल बिल का कलेक्शन कम है। जिसे ध्यान में रखते हुए महानगरपालिका के जलापूर्ति विभाग ने पानी के बिलों की वसूली पर जोर देना शुरू कर दिया है, जिसमें महानगरपालिका की टीमें पानी के बिलों की नियमित वसूली के साथ ही बकाया राशि की वसूली करेंगी। साथ ही, प्रशासन ने बकाया राशि का भुगतान नहीं करने वाले बकायों के नल काटने का फैसला किया है। 

    ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में लगे 80 हजार स्मार्ट मीटर 

    जल आपूर्ति विभाग के उप अभियंता विनोद पवार ने कहा कि ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में अब तक 80,000 पानी के स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं और शेष 30,000 पानी के मीटर लगाने का काम चल रहा है। ऐसे में 80,000 में से 70,000 ग्राहकों को पानी के मीटर पंजीकरण के अनुसार तीन महीने का भुगतान भेजा जाएगा। जबकि अन्य बाकी ग्राहकों से पहले की तरह ही शुल्क लिया जाएगा। इमारतों में फ्लैटों को क्षेत्रफल के अनुसार, और झोपड़ पट्टियों में प्रत्येक घर के लिए निर्धारित राशि के अनुसार बिल की वसूली की जाएगी। साथ ही पानी बिल न भरने वाले बकायेदारों के नल कनेक्शन काट दिए जाएंगे।