JNPT Mangrove Land

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    ठाणे : ठाणे ग्रामीण पुलिस मुख्यालय (Rural Police Headquarters) ग्रामीण क्षेत्र से काफी दुरी पर होने कारण कई बार ग्रामीणों (Villagers) को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन अब उन्हें परेशानियों (Troubles) से निजात मिलने वाली है। क्योंकि ठाणे ग्रामीण पुलिस मुख्यालय भी ग्रामीण क्षेत्र में बनने वाला है। ग्रामीण पुलिस मुख्यालय की स्थापना के लिए ठाणे राजस्व विभाग (Revenue Department) ने भिवंडी तालुका के वाशेरे और सापे गांवों में 40 एकड़ जमीन (40 Acres of Land) देने का फैसला किया है। जहाँ पर ठाणे पुलिस आयुक्तालय की मुख्यालय की तरह ही ठाणे ग्रामीण पुलिस अपना मुख्यालय बना पाएगी। 

    गौरतलब है कि ठाणे जिले में पुलिस के दो विभाग क्रमशः पुलिस आयुक्तालय और ग्रामीण पुलिस कार्यरत है। ग्रामीण पुलिस जिले के गांवों की सुरक्षा के लिए काम करती है। जबकि इसका मुख्यालय ठाणे पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में शहरी इलाके में पिछले कई वर्षों से कार्यरत है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के रहिवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्हें अपने पुलिस से संबंधित कार्यों के लिए शहर में 50 किलोमीटर की दुरी तय करके आना पड़ता है। ऐसे में पिछले कई वर्षों से ग्रामीण मुख्यालय को ग्रामीण क्षेत्र में बनाने की मांग उठ रही थी। आखिरकार पालकमंत्री एकनाथ शिंदे (Guardian Minister Eknath Shinde) की पहल पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट (Revenue Minister Balasaheb Thorat) ने मांगों को मानते हुए भिवंडी के वाशेरे और सोप गांव में 40 एकड़ जमीन पर ठाणे ग्रामीण पुलिस मुख्यालय बनाने की हरी झंडी दे दी है। 

    इस आदेश के अनुसार, ठाणे जिले के भिवंडी तालुका के मौजे वाशेरे में 11 हेक्टेयर 20 गुंठा और भिवंडी तालुका के मौजे सापे में 4 हेक्टेयर 80 गुंठा कुल 16 हेक्टेयर या 40 एकड़ भूमि ठाणे ग्रामीण अधीक्षक को देने का निर्णय लिया गया है। ठाणे ग्रामीण पुलिस मुख्यालय की स्थापना के लिए यह भूमि ठाणे ग्रामीण पुलिस को कुछ शर्तों के साथ देने का निर्णय लिया गया है और यह उल्लेख किया गया है कि उपयोगकर्ता केवल स्वीकृति के लिए इस भूमि का उपयोग करने के लिए बाध्य होंगे। 

    गैंगस्टर ग्रामीण इलाकों अपनी गतिविधियां शुरू करते हैं

    इस संदर्भ में पालकमंत्री और नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, ठाणे जिले का तेजी से शहरीकरण हुआ है और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरों में भी अपराध बढ़े हैं। गैंगस्टर, जिन्हें अक्सर मुंबई और ठाणे से निर्वासित किया जाता है, ठाणे के ग्रामीण इलाकों में जाकर अपनी गतिविधियां शुरू करते हैं। इसलिए सरकार ने ठाणे ग्रामीण पुलिस मुख्यालय की स्थापना के संबंध में सकारात्मकता दिखाई है और इसके लिए जगह भी उपलब्ध कराई है। शिंदे को उम्मीद है कि जल्द ही इस स्थान पर ठाणे ग्रामीण पुलिस मुख्यालय की स्थापना की जाएगी। वहीँ ठाणे के पुलिस अधीक्षक विक्रम देशमाने ने भी लंबे समय से लंबित मांग को स्वीकार करने के लिए पालकमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य सरकार का आभार माना।