ठाणे : मुंबई-नासिक हाईवे (Mumbai-Nashik Highway) पर गांव, साकेत पुल (Saket Bridge) पर बड़ी संख्या में गड्ढे (Potholes) हो गए हैं। इससे यातायात (Traffic) प्रभावित रहा। आलम यह था कि करीब 2 से 4 किलोमीटर तक वाहनों की कतार सी लग गई थी। जिसके कारण ठाणे से नासिक, भिवंडी और नवी मुंबई जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
इस यातायात जाम से कई लोग समय पर काम पर नहीं पहुंच पा रहे थे। मुंबई-नासिक रूट पर रोजाना हजारों वाहन आते-जाते है। ठाणे, घोडबंदर के कई लोग अपने वाहनों में नवी मुंबई, नासिक या भिवंडी पहुंचने के लिए साकेत ब्रिज, खारेगांव मार्ग का उपयोग करते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों में क्षेत्र में काफी गड्ढे हो गए हैं। बुधवार की सुबह गड्ढों के कारण जाम की स्थिति बन गई। ठाणे के साकेत पुल से लेकर ईस्टर्न एक्सप्रेस पर स्थित कैडबरी उड़ान पुल, तीन हाथ नाका उड़ान पुल के साथ-साथ कोपरी के आनंद नगर चेकनाका तक यातायात जाम रहा। इसके चलते वाहन चालकों को महज 10 मिनट की दूरी तय करने में करीब डेढ़ घंटे का समय लग गया।
गड्ढों की भराई के कारण हुआ जाम, प्रशासन का दावा
जाम को लेकर प्रशासन ने दावा किया ठाणे के खारेगांव टोल रोड पर गड्ढे भरने के काम से मंगलवार की रात से शुरू किया गया था जोकि बुधवार की सुबह 4 बजे खत्म हुआ। जिसका असर सुबह के यातायात व्यवस्था पर पड़ा है। यही कारण है कि ठाणे शहर में यातायात प्रभावित रहा। इसका असर मुंब्रा बाईपास पर खारेगांव टोल रोड से कौसा के पास किस्मत कॉलोनी तक ट्रैफिक जाम रहा। इससे कल्याण, शिलफाटा से मुंबई, ठाणे की ओर जाने वाले चालकों को परेशानी हुई है। मोटर चालकों को पांच मिनट की दूरी तय करने में लगभग 20 से 45 मिनट का समय लगा।
घोड़बंदर रोड पर भी लगा जाम
घोड़बंदर मार्ग पर भी रात में मेट्रो का काम चल रहा है और सुबह के समय एक स्कूल बस को रोके जाने के कारण आनंदनगर से ओवला तक ट्रैफिक जाम रहता है। इसलिए जो नागरिक काम के लिए बाहर गए थे, वे समय पर काम पर नहीं पहुंच सके। साथ ही वाहन चालकों को भी जाम का सामना करना पड़ा है।