The contractor's fast at the municipal headquarters to get the stuck bill

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    ठाणे. एक तरफ जहां वैश्विक कोरोना महामारी (Global Corona Pandemic) के चलते आम नागरिकों का रोजगार बंद है। वहीं महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) को भी इस लॉकडाउन (Lockdown) के कालावधि के दौरान उतपन्न नहीं मिल पाया है। जिसके कारण महानगरपालिका के विभिन्न विकास कार्यों पर तो इसका असर पड़ ही रहा है। वहीं आर्थिक वर्ष 2019-20 और सितंबर 2021 मार्च महीने के अंत तक कई लोगो को अब तक बिल की अदाएगी नहीं की गई है। बताया जा रहा है कई ठेकेदारों का करीब किये हुए कामों का करीब 800 करोड़ रूपये पेंडिंग है। इसी से परेशान होकर एक ठेकेदार ने मंगलवार को महानगरपालिका मुख्यालय के बिल की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है।   

    वैश्विक कोरोना महामारी के चलते कई लोगों की नौकरियां चली गई थी।  अनेक उद्योग बंद पड़े है।  कुछ लोग काम तो कर रहे है लेकिन उनका वेतन आधा दिया गया था। अब इन सभी के बीच ठाणे शहर में मार्च 2020 के पहले किये कई विकास कामों को करने के बावजूद बिल की अदाएगी महानगरपालिका प्रशासन द्वारा न किये जाने से और अब तक का बकाया बिल न मिलने से अब ठेकेदार भी हताश और निराश है।  पहले जहां मार्च के अंत तक प्रशासन और ठेकेदार आपसी सामंजस्य के साथ बिलों को अदाएगी 31 मार्च तक कर लेते थे।  लेकिन इस बार यह लटका हुआ है।  बताया जा रहा है कि करीब 800 करोड़ रूपए विभिन्न विकास कामों का ठेकेदारों का का अटका पड़ा है।  

    आय न होने के कारण नहीं हो रही है अदाएगी 

    महानगरपालिका सूत्रों की माने तो  पहले महानगरपालिका की उतपन्न अप्रैल और मई महीने में अधिक हो जाया करती थी। इसलिए मार्च महीने में आगामी उतपन्न के श्रोतों को ध्यान में रखकर बिलों की अदाएगी की जाती थी।  लेकिन इस वर्ष मार्च महीने में कोरोना जैसी महामारी ने दस्तक दे दी और इसके रोकथाम के लिए पैसे खर्च किये जा रहे है।  साथ ही लगभग पौने चार महीने से, महानगरपालिका की आय पर भी लॉकडाउन का असर पड़ा है।  यही कारण है कि अब तक ठेकेदारों के बिलों की अदाएगी नहीं की गई है।   

    भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे है छोटे ठेकेदार 

    वैसे महानगरपालिका में बड़े ठेकेदारों के साथ ही छोटे-मोटे काम करने वाले छोटे ठेकेदार भी कार्यरत रहते है। मार्च के पूर्व महीनों में प्रशासन द्वारा दिए गए कामों को अधिकांश ठेकेदारों ने पूरा कर लिया था और बिल भी प्रशासन के पास जमा कर दिया था।  लेकिन उसकी अदाएगी अब तक नहीं हो पाई है।  एक ठेकेदार ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि उन्होंने वर्क ऑर्डर मिलने के बाद तत्काल काम कर दिया और कर्मचारियों का वेतन भी मार्च महीने के पहले ही दे दिया। लेकिन बिल जमाकर तीन महीना से अधिक बीत गया है लेकिन अभी तक महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से बिल की अदाएगी नहीं की गई है। ऐसे में अब उसके जैसे कई छोटे ठेकेदारों के सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है।  

    अनशन करने वाले ठेकेदार पर नहीं दिया कोई ध्यान 

    मंगलवार को ठाणे के पांचपाखाड़ी महानगरपालिका मुख्यालय प्रवेशद्वार के बाहर एक ठेकेदार ने बिल की मांग को लेकर अनशन किया।  लेकिन इस ठेकेदार के अनशन की तरफ न तो प्रशासन ही ध्यान दिया न ही सत्ताधारी के किसी पदाधिकारी ने ही कोई सुध ली।  ठेकेदारों के कहना हैं कि जब तक ठोस आश्वासन नहीं मिलता तब तक उनका यह अनशन जारी रहेगा।