The last journey had to be taken through knee-deep water

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    बदलापुर. बदलापुर (Badlapur) के नागरिकों (Citizens) को पिछले कुछ दिनों से शहर के पूर्व और पश्चिम में आने-जाने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। हाल ही में बेलवली क्षेत्र के श्मशान घाट (Cremation Ground) तक पहुंचने के लिए नागरिकों को घुटने तक पानी से गुजरना पड़ता है। मंगलवार (Tuesday) को किशोर पाटिल (Kishor Patil) को अपने चाचा के अंतिम यात्रा को पानी से भरे हुए रास्ते से ले जाना पड़ा। शहर के मध्य और विकसित क्षेत्रों में इस अंतिम यात्रा की तस्वीरें प्रसारित किए जाने के बाद नागरिक स्थानीय जनप्रतिनिधियों (Local Public Representatives), रेलवे प्रशासन और बदलापुर नगर पालिका प्रशासन (Badlapur Municipality Administration) के खिलाफ आक्रोशित है।

    बदलापुर शहर के बेलवली परिसर रेल पटरी की वजह से विभाजित हुआ है। अधिकांश हिस्सा पश्चिम में और स्मशान पूर्व में है। पहले यहां के निवासी अपने पारंपरिक स्मशान तक पहुंचने के लिए रेलवे लाइन को पार करते थे। रेलवे प्रशासन ने रेलवे ट्रैक पर हादसों को रोकने के लिए यहां भूमिगत रास्ता बनाया है। उसके बाद भी लोग रेलवे ट्रैक पार करते थे, जिसके बाद रेल प्रशासन ने यहां बड़ी-बड़ी दीवारें खड़ी कर दी। इसलिए नागरिकों के लिए वाहनों की तरह भूमिगत मार्ग ही एकमात्र रास्ता बचा है।

    जल निकासी की सुविधा

    रेलवे प्रशासन द्वारा बनाया गया भूमिगत रास्ता तकनीकी रूप से खराब है और निर्माण के समय से ही यहां पानी का जमाव होता है। इससे निपटने के लिए कुछ साल पहले रेल प्रशासन ने इसकी गहराई कम कर दी और जल निकासी की सुविधा कर दी। लेकिन यह रास्ता क्षेत्र से बहने वाले नाले के स्तर से नीचे है। इसलिए यहां थोड़ी देर की बरसात से भूमिगत रास्ते मे जलजमाव हो जाता है। कई बार चार पहिया वाहन इस पानी में फंस जाने की घटनाएं हुई है। 

    प्रशासन के खिलाफ आक्रोश

    सोमवार को यहां के निवासी किशोर पाटिल के चाचा रामचंद्र जैतू पाटिल का वृद्धावस्था के चलते निधन हो गया। उनकी अंतिम संस्कार मंगलवार को होना था। हालांकि हमेशा की तरह इस भूमिगत रास्ते में सुबह से ही पानी जमा हो गया, इसलिए पाटिल परिवार के लिए घुटने भर पानी में से अंतिम यात्रा निकालने की नौबत आ गई। पाटिल ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपना गुस्सा जाहिर किया। अंतिम यात्रा के वीडियो और फोटो के जारी होने से पूरे शहर में जनप्रतिनिधियों, नगरपालिका और रेलवे प्रशासन के खिलाफ आक्रोश फैल गया है। 

    भूमिगत रास्ते में बरसात के दौरान पानी का जमा होना वास्तव में चिंताजनक है, जल्द ही इस समस्या के निदान के लिए नगर पालिका क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी जिससे इसका स्थायी समाधान निकाला जा सके।

    - योगेश गोडसे, मुख्याधिकारी, कुलगांव बदलापुर नगरपालिका