The much awaited flying pool at Kharegaon finally opened
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    ठाणे : कलवा पूर्व (Kalwa East) और पश्चिम (West) को जोड़ने वाला खारेगांव (Kharegaon) स्थित बहु प्रतीक्षित उड़ान पूल (Flyover) आखिरकार शनिवार (Saturday) को शुरू हुआ। पूल के उद्घाटन के दौरान श्रेय को लेकर मचा होड़ खुलकर सामने आया। जिले के पालक मंत्री ,राज्य के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के हाथों पूल का उद्घाटन हुआ उस समय गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) मंच पर मौजूद थे।

    मंत्रियों की मौजूदगी में शिवसेना और एनसीपी दोनों ही पार्टी के समर्थकों में जोरदार झड़प देखने को मिली। एनसीपी की तरफ से जितेंद्र आव्हाड आगे बढ़े और शिवसेना की तरफ से एकनाथ शिंदे के समर्थन में घोषणाबाजी जारी थी। दोनों मंत्रियों ने भाषण में अपना अपना जोर दिखाया और अप्रत्यक्ष रूप से एक दूसरे पर शाब्दिक प्रहार भी किया लेकिन शब्दों की मर्यादा बनाए रखी।

    गृहनिर्माण मंत्री और स्थानीय विधायक जितेंद्र आव्हाड ने अपने संबोधन में एकनाथ शिंदे और उनकी दोस्ती को राजनीति से परे बताते हुए कहा की उक्त रिश्ते में एक मासूमियत है। आव्हाड ने श्रीकांत शिंदे की तरफ इशारा करते हुए एक साथ काम करने की बात कही। दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे ने कहा की यह सच है कि उनकी और आव्हाड की दोस्ती है जो की खुली किताब की तरह है। जो हमारे मुंह में होता है वही हमारे पेट में भी होता है। चुनाव के दौरान हम अपने अपने दल के लिए काम करते हैं चुनाव के बाद विरोध खत्म हो जाता है। शिंदे ने आगे कहा की महानगरपालिका में भले ही शिवसेना की सत्ता है लेकिन उन्होंने कभी लोगों के काम को लेकर राजनीति नहीं की। भले ही हमने मुद्दों पर एक दूसरे का विरोध किया लेकिन कभी कमर के नीचे वार नहीं किया, यह हमारे खून में नहीं है। उड़ान पूल के शुरू होने से ठाणेकरों को भारी ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। 703 मीटर लंबे इस पुल के निर्माण पर 23 करोड़ 34 लाख 8 हजार का खर्च आया है। स्थानीय लोगों द्वारा कलवा पूर्व से पश्चिम आने जाने के लिए खारेगांव फाटक का इस्तेमाल किया जाता था। फाटक पार करते वक्त होनेवाली ट्रेन दुर्घटना में कई नागरिकों की जान गई है। इसके मद्देनजर उक्त स्थल पर उड़ान पूल का निर्माण किया गया। 

    चाणक्य हो, नारदमुनि मत बनो

    इस समय, आव्हाड ने महापौर नरेश म्हस्के को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप राजनीति में चाणक्य हैं। इसलिए चाणक्य बने रहने और नारद मुनि न बनने की सलाह दी। जबकि एकनाथ शिंदे ने विरोधी पक्ष नेता अशरफ शानू पठान को आघाडी के धर्म का पालन करने की नसीहत देते हुए कहा कि ‘वागले मिशन’ लागू करने से उन्होंने कभी नहीं रोका इसलिए एनसीपी चाहे तो अपना मिशन लागू कर सकते है हम कभी नहीं रोकेंगे। शिंदे ने कहा कि शिवसेना ने कलवा मिशन सिर्फ महाविकास आघाडी के नगरसेवक बढ़ाने के लिए लागू किया। साथ ही शिंदे ने कहा कि उन्होंने कभी कमीशन की राजनीति नहीं की और न ही कभी भी महानगरपालिका में अपनी फाइल को मंजूरी देने के लिए नहीं कहा है। लेकिन किसी की व्यक्तिगत रूप से आलोचना करना अनुचित है और एनसीपी को आलोचना करते समय सावधान रहना चाहिए। साथ ही उन्होंने अपने सांसद पुत्र डॉ. श्रीकांत शिंदे को भी सलाह दी कि वे ऐसी बयान  बाजी न करें जिससे अन्य लोगों को ठेस पहुंचे।

    दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच दिखा हाई वोल्टेज ड्रामा

    एनसीपी कार्यकर्ताओं द्वारा फ्लाईओवर का बैनर फहराए जाने के बाद बड़ा हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। कुछ ही देर में यह तर्क बैनर लहराने पर ही नहीं रुका बल्कि टकराव में बदल गया। दोनों पक्षों के कार्यकर्ता यह कहते हुए भिड़ गए कि हमने पत्र व्यवहार कर पुल के निर्माण में अहम भूमिका निभाई और  बैनर आपका है यह गलत है। खासकर नगरसेवकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान शिवसेना नगरसेवक उमेश पाटिल और एनसीपी के नगरसेवक महेश सालवी के बीच जुबानी जंग हो गई। दरअसल जितेंद्र आव्हाड और एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में कार्यक्रम शुरू होने से पहले एनसीपी और शिवसेना के कार्यकर्ता आक्रामक नजर आए। यह पहली बार नहीं है जब महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ता आमने-सामने आए हैं। इसके पहले भी कई बार दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हो चुकी है।