Thane Municipal Corporation
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    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) क्षेत्र में मेट्रो (Metro), रेलवे (Railway), सड़क (Road) आदि के माध्यम से एमएमआरडीए और सिडको के माध्यम से विभिन्न विकास कार्य चल रहे हैं। लेकिन कुछ जगहों पर कई तरह की दिक्कतें भी होती हैं। कुछ परियोजनाओं को राज्य सरकार से अनुमति की आवश्यकता होती है।

    महानगरपालिका प्रशासन अब ऐसे काम के लिए एक सेवानिवृत्त सेवा अधिकारी (Retired Service Officer) की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर महानगरपालिका प्रशासन ने चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। सेवानिवृत्त अधिकारी विभिन्न विभागों द्वारा शुरू परियोजनाओं पर नजर रखेगा और राज्य सरकार और नगर पालिका के बीच की ‘सेतु’ का काम करने वाला है। 

    ठाणे महानगरपालिका के माध्यम से शहर में विभिन्न विकास कार्य चल रहे हैं। साथ ही स्मार्ट सिटी के माध्यम से महानगरपालिका प्रशासन विभिन्न कार्य भी कर रहा है। इसलिए कुछ परियोजना स्थलों में महानगरपालिका राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से अनुमति मांगती है। इसके लिए पत्राचार भी किया जाता है। लेकिन इसमें महानगरपालिका के अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इसके अलावा महानगरपालिका क्षेत्र में एमएमआरडीए के माध्यम से भी कुछ विकास कार्य चल रहे हैं और मेट्रो रेल का काम भी चल रहा है। लेकिन इन कामों को करते समय कई बार ऐसा होता है कि महानगरपालिका प्रशासन के और संबंधित विभाग के अधिकारियों के बीच समन्वय न होने के कारण प्रोजेक्ट को पूरा होने में देरी होती है और कई बार तो इसका खामियाजा आम ठाणे करों को भुगतना पड़ता है।

    छह महीने के लिए नियुक्त किया जाएगा

    जिसके कारण शहर में व्यवस्था कुछ हद तक बिगड़ती जाती है। इसलिए महानगरपालिका प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए एक सेवानिवृत्त अधिकारी की मदद ली जाएगी। तदनुसार, सेवानिवृत्त अधिकारी अब समन्वयक के रूप में राज्य सरकार और महानगरपालिका प्रशासन के बीच सेतु के रूप में कार्य करेगा। इस संबंध में महानगरपालिका की तरफ से एक विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया है। जिसमें कहा है कि समन्वयक के रूप में नियुक्त किए जाने वाले सेवानिवृत्त अधिकारी को छह महीने के लिए नियुक्त किया जाएगा। 

    पहले से महानगरपालिका तीन सेवा निवृत अधिकारी कर रहे है काम 

    आपको बतादें कि कुछ महीने पहले भी इस प्रकार से महानगरपालिका की सेवा से रिटायर होने वाले तीन अधिकारियों क्रमशः महेश राजदेरकर, पूर्व उप नगर अभियंता प्रवीण पापलकर और पूर्व उपायुक्त महादेव जगताप को कांट्रैक्ट बेसिस पर पुनः रखा गया है। इनमें से महावेद जगताप को महानगरपालिका द्वारा संचालित सीडी देशमुख प्रशासकीय प्रशिक्षण केंद्र के संचालक पद पर, प्रवीण पापलकर स्मार्ट सिटी के तहत शुरू परियोजनाओं के प्रोजेक्ट हेड पद पर और पूर्व जनसंपर्क अधिकारी महेश राजदेरकर को कोविड सेंटर के समन्वयक के पद पर छह महीने के लिए नियुक्त किया गया है। अब एक दिन बाद महानगरपालिका के एक उपायुक्त स्तर के अधिकारी महानगरपालिका की सेवा से रिटायर हो रहे है। जिन्हें अब महानगरपालिका प्रशासन रेलवे, एमएमआरडीए, मेट्रो सहित अन्य विभागों के बीच ‘समन्वयक’ के पद पर महानगरपालिका प्रशासन ने नियुक्त करने का निर्णय लिया है। जोकि फिलहाल महानगरपालिका में चर्चा का विषय बना हुआ है।