Two women tried to immolate themselves in front of Ulhasnagar police station, know what is the whole matter

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    उल्हासनगर. नाबालिग लड़की (Minor Girl) के साथ दुष्कर्म (Raped) करने वाले आरोपियों (Accused) को घटना के डेढ़ महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा न पकड़े जाने से गुस्साए पीड़िता (Victim) और परिवार के सदस्यों ने उल्हासनगर पुलिस स्टेशन (Ulhasnagar Police Station) के सामने अपने – अपने शरीर पर केरोसिन डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की।  

    मिली जानकारी के अनुसार घटना बुधवार 2 बजे के समकक्ष की है। इस तरह सामूहिक रूप से आत्महत्या करने का प्रयास किए जाने से शहर में सनसनी फैल गई है। उल्हासनगर पुलिस थाने की सीमा में रहने वाली एक नाबालिग लड़की द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार पुलिस ने पंकज त्रिलोकानी और रोशन मखीजा के खिलाफ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज किया था। लड़की का आरोप था कि 14 मई 2021 को उसके पिता के परिचित ऊक्त आरोपी घर आए और उसके साथ जबरदस्ती की। पीड़ित परिवार का कहना है कि घटना के डेढ़ माह बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज की उसके बाद भी अभी तक आरोपियों को नहीं पकड़ा है उनका कहना है आरोपी खुलेआम शहर में घूमते देखे गए है।

    पुलिस स्टेशन के सामने ही आत्मदाह केरेंगे

    मामला दर्ज होने के बाद से ही पीड़िता के पिता ने दोनों आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की है और इस संबंध में कई लिखित शिकायतें भी दर्ज कराई है लेकिन आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। वहीं पीड़ित परिवार के तीनों सदस्यों ने  उल्हासनगर पुलिस स्टेशन को सूचित भी किया था कि यदि आरोपियों को नहीं पकड़ा गया तो वह 15 सितंबर को पुलिस स्टेशन के सामने ही आत्मदाह केरेंगे। आरोपी एक राजनीतिक दल का पदाधिकारी था और पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया था कि पुलिस राजनीतिक दबाव में आरोपियों को बचा रही है।

    लड़की और उसके माता-पिता बुधवार की दोपहर करीब 2 बजे केरोसिन और लाइटर लेकर उल्हासनगर थाने के सामने पहुंचे और पीड़िता और उसकी मां ने अपने शरीर पर जैसे ही मिट्टी का तेल डाला और आग लगाने का प्रयास किया तभी पहले से ही वहां मौजूद महिला पुलिस ने स्थिति को संभाला और उन्हें पकड़ लिया।पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर एंबुलेंस और दमकल गाड़ियों को बुलाया और पुलिस का भारी बंदोबस्त भी रखा था।  

    जानकारी देने से इंकार कर दिया

    जब इस संदर्भ में स्थानीय पत्रकारों ने सहायक पुलिस आयुक्त डीडी टेले और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र कदम से तिक्रिया चाही तो उन्होंने अपराध बेहद संवेदनशील होने के हवाला देते हुए अधिक जानकारी देने से इंकार कर दिया।