Ulhasnagar Municipal Corporation started the work of demolition of Shrihari Complex

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    उल्हासनगर. उल्हासनगर महानगरपालिका प्रशासन को स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट जमा करने के बावजूद उल्हासनगर महानगरपालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) ने स्थानीय कैम्प क्रमांक-2 स्थित श्री हरि कमर्शियल कॉम्प्लेक्स (Shree Hari Commercial Complex) को तोड़ने का कार्य शुरू किया है। इस कार्रवाई का बिल्डिंग के दुकानदारों (Shopkeepers) ने कड़ा विरोध किया है, लेकिन अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी और अपनी कार्रवाई नहीं रोकी, समाचार लिखे जाने के समय भी अत्याधुनिक मशीन के माध्यम से बिल्डिंग को ध्वस्त करने का काम जारी था।

    जानकारी के अनुसार, श्रीहरी कॉम्प्लेक्स पूर्ण रूप से कमर्शियल बिल्डिंग है। 4 मंजिला काम्प्लेक्स में 80 दुकानें होने की बात इस बिल्डिंग के दुकानदारों ने पत्रकारों को बताई।  दुकानदारों का आरोप है कि महानगरपालिका मनमानी काम कर लोगों और दुकानदारों को बेरोजगार करने पर तुली है।

    दुकानदारों में मचा हड़कंप

    मनपा का अतिक्रमण दल जब स्पॉट पर पहुंचा तो दुकानदारों में हड़कंप मच गया। दुकानदारों के वकील ने महानगरपालिका अधिकारी को वह दस्तावेज बताए कि उन्होंने पिछले वर्ष की बिल्डिंग का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया है और रिपोर्ट के अनुसार बिल्डिंग की मरम्मत का काम लगभग 60 फीसदी हो चुका है, फिर भी महानगरपालिका में बिल्डिंग को तोड़ने का फैसला लिया है। वकील विजय होटचंदानी के मुताबिक, स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट कहता है कि भवन स्थिर मरम्मत योग्य है और इसे खाली करने की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट में सुनवाई सोमवार को तय की गई है। कोर्ट की सुनवाई से पहले इमारत को क्यों गिराया जा रहा है। स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट C2 कैटेगरी के तहत निर्माण दिखाती है। फिर महानगरपालिका ने यह कदम कैसे उठाया। अवैध रूप से गिराई जा रही सी2बी श्रेणी की इमारत भवन पूरी तरह से खाली है। दुकानदार यह भी लिखित में देने को तैयार है की कुछ भी हुआ जिसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए। बावजूद इमारत को ढहाया जा रहा है जो नियम के विपरीत है। महानगरपालिका के जनसंपर्क विभाग से प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी।