UL NCP CONGRESS

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    उल्हासनगर: उल्हासनगर महानगरपालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) के आम चुनावों (Elections) की भले ही अभी अधिकृत घोषणा नहीं हुई है, लेकिन आगामी वर्ष फरवरी महीने में महानगरपालिका के संभावित चुनावों को लेकर शहर में राजनीति हलचल और जोड़-तोड़ शुरू हो चुकी है। लगभग सभी राजनीतिक दल (Political Party) अपने-अपने हिसाब से तैयारियों में जुट गए हैं। इसी कड़ी में शिवसेना (Shiv Sena) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक संपन्न हुई।

    शिवसेना और एनसीपी की पहली और संयुक्त बैठक से अब यह तो स्पस्ट हो गया है कि अगला महानगरपालिका चुनाव शिवसेना और एनसीपी मिलकर लड़ेगी। वहीं इन दोनों दलों के गठबंधन होने की अंदरूनी तौर पर चल रही चर्चाओं को भी इस बैठक के विराम लग गया है। जानकारी के अनुसार कल्याण संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के स्थानीय गोलमैदान स्थित जनसंपर्क कार्यालय में रखी गई थी। जिसमें शिवसेना की ओर से शहर प्रमुख राजेंद्र चौधरी, शिवसेना के वरिष्ठ नगरसेवक धनंजय बोडारे, शिवसेना की महापौर लीला आशान के पुत्र नगरसेवक अरुण आशान और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से एनसीपी की जिला अध्यक्ष पंचम कालानी, ओमी कालानी, पार्टी के स्थानीय वरिष्ठ सुमीत चक्रवर्ती, नरेंद्र कुमारी ठाकुर, मनोज लासी, कमलेश निकम आदि ने भाग लिया।

    शिवसेना-एनसीपी की संयुक्त बैठक में यह थे मुख्य मुद्दे

    धोखादायक बिल्डिंगों का पुनर्विकास, शहर में रोजगार के अवसर प्रदान किए जाने शहर वासियों को अच्छी शिक्षा, शहर में इलाज की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने, बिल्डिंग, घर, दुकानों को मालिकाना अधिकार दिलाने, महानगरपालिका की अपनी स्वतंत्र जलापूर्ति योजना शुरू करने का प्रयास करना, महानगरपालिका के भूखंडों को नियोजन बद्ध तरीके से विकसित करने जैसे प्रमुख रहे।

    भरत गंगोत्री और राजेन्द्र सिंह भुल्लर की अनुपस्थिति बनी चर्चा का विषय 

    शिवसेना और एनसीपी की उक्त बैठक में एनसीपी की ओर से महानगरपालिका में एनसीपी के नगरसेवक और एनसीपी के प्रदेश सचिव भरत गंगोत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नगरसेवक राजेंद्र सिंह भुल्लर उर्फ महाराज की अनुपस्थिति से तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हैं।

    साई पार्टी के संपर्क में शिवसेना !

    शहर की राजनीति में पूर्व उपमहापौर जीवन इदनानी के नेतृत्व वाली साई पार्टी का भी अपना महत्त्व है। सूत्रों की माने तो महानगरपालिका में सत्ता स्थापित करने में दो बार अहम भूमिका निभा चुकी वाली साई पार्टी को भी अपने साथ लेने के लिए शिवसेना के जिला स्तरीय नेता पार्टी प्रमुख जीवन इदनानी के संपर्क में है।

    पार्टी के वरिष्ठों को अवगत कराने के बाद ही एनसीपी के स्थानीय नेतृत्व के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई है। दोनों ओर से शहर विकास के मुद्दे पर अच्छी और लंबी चर्चा हुई है। हम दोनों का लक्ष्य भी शहर का विकास करना है, लेकिन अंतिम निर्णय संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, कल्याण जिला प्रमुख गोपाल लांडगे और जिले के पालक और राज्य के नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे साहब लेंगे।

    -राजेंद्र चौधरी, उल्हासनगर शिवसेना शहर प्रमुख

    राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस अर्थात महाविकास आघाडी की सरकार है। राज्य स्तरीय गठबंधन होने के कारण एनसीपी का स्थानीय नेतृत्व भी चाहता है कि हम साथ मिलकर चुनाव लड़े। जिससे हम लोग चुनाव स्पस्ट बहुमत से जीते और उल्हासनगर महानगरपालिका क्षेत्र को सभी सुविधायुक्त हो और राज्य की अन्य महानगरपालिका क्षेत्रों जैसी सुविधाएं भी हम अपने शहर वासियों को दे सकेंगे। मुझे उम्मीद है एनसीपी और शिवसेना गठबंधन शहर से अन्य दलों का सफाया कर देगा। शहर की जनता कालानी परिवार से हमदर्दी रखती है और अब कालानी परिवार एनसीपी में है।

    -मनोज लासी, एनसीपी, उल्हासनगर