भिवंडी: भिवंडी तालुका (Bhiwandi Taluka) वल ग्रामपंचायत की हद्द में वलपाडा स्थित वर्धमान कॉम्प्लेक्स में तल सहित तीन मंजिला गोदाम की बिल्डिंग अचानक दोपहर करीब 12 बजकर 50 मिनट पर भरभराकर जमींदोज (Bhiwandi Building Collapse) हो गई। इमारत हादसे में एक महिला, एक पुरुष की मौत (Death) हुई है। नौ घायलों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकालने में एनडीआरएफ (NDRF) और टीडीआरएफ (TDRF) टीम को कामयाबी हासिल हुई जिसमे 3 बच्चे शामिल हैं।
इमारत हादसे की सूचना मिलते ही केंद्रीय पंचायत राज्य राज्य मंत्री कपिल पाटिल, जिलाधिकारी अशोक सिंगारे, भिवंडी प्रांत अधिकारी अमित सा, भिवंडी पुलिस उपायुक्त नवनाथ ढवले, तहसीलदार अधिक पाटिल, भिवंडी महानगरपालिका उपायुक्त प्रणाली घोंघे सहित तमाम शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू टीम से जानकारी प्राप्त किया।
2011 में किया गया था इमारत का निर्माण
गौरतलब है कि वल ग्राम पंचायत स्थित वलवाड़ा वर्धमान कांप्लेक्स में 2011 के दौरान तल सहित तीन मंजिला का निर्माण बिल्डर इंद्रपाला गुरुनाथ पाटिल द्वारा किया गया था। इमारत की तल मंजिल पर एमआरपी फूड्स नामक चाइनीस फूड प्रोडक्ट सप्लाई का गोदाम था और ऊपर की दो मंजिल पर रहिवासी चाल बनाई गई थी। रहिवासी चाल में गोदाम क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूर रहते थे। इमारत के ऊपर पैसा कमाने के लिए गोदाम की छत पर मोबाइल टावर लगाया गया था जिससे इमारत इमारत पर भारी दबाव बन गया था। इमारत जमींदोज की जानकारी मिलते ही भिवंडी अग्निशमन दल एवं नारपोली पुलिस स्टेशन की टीम,राजस्व कर्मियों की टीम तत्परता से मौके पर पहुंच गए। भिवंडी तहसीलदार अधिक पाटिल से इमारत हादसे की जानकारी मिलने पर एनडीआरएफ एवं टीडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर तत्परता से बचाव कार्य शुरू किया। इमारत जमींदोज होने के उपरांत समूचे क्षेत्र में चीख-पुकार शुरू हो गई। मुंबई- नासिक हाइवे से मानकोली नाका से अंजुर फाटा, ठाणे तक मार्ग देखते ही देखते भारी यातायात जाम से अवरुद्ध हो गया। विकराल गर्मी में दर्जनों ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को यातायात सुचारु करने में लगे रहे।
जाको राखे साइयां मार सके न कोय
दोपहर के दौरान गोदाम में लंच ब्रेक होने की वजह से फूड कंपनी में काम कर रहे 55 में से 50 कर्मचारी लंच के लिए बाहर गए थे। फूड गोदाम में सिर्फ पांच मजदूर ही अपने घर से लाए हुए खाने को खा रहे थे। गोदाम में अधिसंख्य कर्मचारियों के बाहर होने की वजह से भारी अनहोनी टल गई। इमारत की ऊपरी मंजिल पर रह रहे करीब 15 से 20 पुरुष,महिला, बच्चे घटना के चपेट में आकर मलबे में दब गए। घटना के फौरन बाद ही जहां स्थानीय मजदूर एकजुट होकर मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकालने में जुट गए, वहीं सर्वप्रथम बचाव कार्य टीम ने मलबे से एक महिला और उसके ढाई वर्ष के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की जिससे रेस्क्यू टीम का हौंसला बढ़ गया। मलबे से सुरक्षित निकले मां और बेटे को सिर्फ शरीर पर नाममात्र खरोच ही आई थी। इमारत के मलबे से बाहर निकलने पर लोगों ने ईश्वर को धन्यवाद देते हुए कहा ईश्वर जिसका मददगार उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है। रेस्क्यू टीम द्वारा दो सगे भाइयों चिंकू रोहित सिंह (3) और प्रिन्स रोहित सिंह (5) सहित 7 लोगों को मिलाकर कुल 9 लोगों को बेहद सुरक्षित तरीके से बाहर निकालने में कामयाबी हासिल हुई है। मलबे से सुरक्षित तीनों बच्चों को बाहर निकलते देखकर अधिकारियों और मौजूद लोगों ने ईश्वर को धन्यवाद दिया और रेस्क्यू टीम का आभार प्रकट किया।।
सात से आठ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका
इमारत हादसे में अभी सात से आठ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका स्थानीय मजदूरों द्वारा व्यक्त की जा रही है। बचाव कार्य दल मलबे को हटाकर सभी संभावित जगहों की तलाश करने में जुटा है। एनडीआरएफ की टीम के साथ दो डाग स्क्वायड टीम भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटी हुई है। मौके पर मौजूद शीर्ष अधिकारियों ने देर रात तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के घटनास्थल का दौरा किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया है।
पुराने गोदामों का स्ट्रक्चरल ऑडिट जरूरी
घटनास्थल पर पहुंचे केंद्रीय पंचायत राज्य मंत्री कपिल पाटिल ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इमारत का निर्माण करते समय बिल्डर को क्वालिटी पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। घटिया क्वालिटी निर्माण से ही इमारत दुर्घटना में लोगों की जान जाती है। मंत्री कपिल पाटिल ने राज्य सरकार से अपील की है कि रहिवासी इमारतों की तर्ज पर ही करीब 20 वर्ष पूर्व निर्मित हुए सभी गोदामों, वेयरहाउसो की सुरक्षा के मद्देनजर स्ट्रक्चर ऑडिट कराए जाने की बेहद आवश्यकता हैं।
मृतकों के नाम
- नवनाथ सावंत (35)
- लक्ष्मी (50)
घायलों के नाम
- सोनाली परमेश्वर कांबले (22)
- शिवकुमार परमेश्वर कांबले (2.5 वर्ष)
- मुख्तार रोशन मंसुरी (26)
- चींकु रोहित सिंह (3)
- प्रिन्स रोहित सिंह (5)
- विकास कुमार मुकेश रावल (18)
- उदयभान मुनीराम यादव (29)
- अनिता (30)
- उज्वाला कांबले (30)