Ring Road in Bhiwandi

Loading

भिवंडी: तत्कालीन महाराष्ट्र नगर विकास मंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) द्वारा भिवंडी (Bhiwndi) में तीन वर्ष पूर्व रिंग रोड (Ring Road) निर्माण घोषणा पर लगभग पानी फिर गया है। एमएमआरडीए (MMRDA) प्रशासन द्वारा रिंग रोड निर्माण की प्रस्तावित भूमि के समीप एक बिल्डर को गगनचुंबी इमारत (Building) निर्माण की मंजूरी के बाद इमारत निर्माण का कार्य बेहद तेजी से शुरू है। बहुमंजिला इमारत निर्माण से एमएमआरडीए अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल और रिंग रोड निर्माण पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा हुआ है। जनहित सामाजिक संस्था ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से रिंग रोड को खटाई में डालने वाले एमएमआरडीए प्रशासन (MMRDA Administration) की भूमिका की जांच कराए जाने की मांग की है।

गौरतलब है कि तीन वर्ष पूर्व वर्तमान मुख्यमंत्री और तत्कालीन नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर, एमएमआरडीए कमिश्नर एसबीएस श्रीनिवास, तत्कालीन भिवंडी महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. पंकज आशिया और पुलिस उपायुक्त (यातायात) बाबासाहेब पाटील के मध्य भिवंडी में यातायात जाम के निराकरण पर विशेष बैठक हुई थी। बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए तत्कालीन ठाणे जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे नें भिवंडी के बाहरी क्षेत्र से रिंग रोड निर्माण की घोषणा की थी। रिंग रोड निर्माण की घोषणा से भिवंडी के नागरिकों में अपार खुशी फैली थी और यातायात जाम समस्या से निदान मिलने की आस जाग गई थी। 

350 करोड़ रुपए की लागत से नौ किमी का होगा रिंग रोड

तत्कालीन नगर विकास मंत्री शिंदे सहित तमाम शीर्ष अधिकारियों की बैठक में 350 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाला नौ किलोमीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा रिंग रोड चाबिंद्रा पोगांव से शुरू होकर पाइपलाइन, अरिहंत सिटी और स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे फ्लाईओवर के समीप से गुजरता हुआ टेमघर, कामतघर फेना गांव से होकर अंजुरफाटा तक मंजूर हुआ है। अंजुर फाटा से रिंग रोड को मुंबई-अहमदाबाद मार्ग से जोड़ दिया जाएगा, ताकि शहरवासियों को यातायात जाम की कठिन समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकेगा। नागरिकों को आस थी कि पावरलूम नगरी के बाहर से रिंग रोड निर्माण होने से बाहरी क्षेत्रों से आने वाले तमाम भारी वाहन भिवंडी शहर से बाहर ही गंतव्य ठिकानों पर निकल सकेंगे जिससे यातायात जाम की समस्या से वर्षों से जूझ रहे शहरवासियों को जाम समस्या से पूर्णतया निजात मिल जाएगी।

भिवंडी में ट्राफिक समस्या समाधान पर फिरा पानी

शहरवासियों का कहना है कि अंजुर फाटा में रिंग रोड निर्माण की प्रस्तावित जगह पर ही गगनचुंबी इमारत खड़ी होने से भिवंडी में रिंग रोड निर्माण खटाई में पड़ गया है। एमएमआरडीए के अधिकारियों ने भ्रष्ट तरीके से रिंग रोड निर्माण में बाधा पैदा कर भिवंडीकरों के साथ भारी अन्याय किया है। वर्षों से ट्रैफिक समस्या से जूझ रही पावर लूम नगरी को ट्राफिक समस्या का निदान मिल पाना बहुत मुश्किल है। शहरवासियों को आशा है कि रिंग रिंग रोड निर्माण की मंजूरी देने वाले अब मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हस्तक्षेप के बाद ही कोई सार्थक मार्ग निकल सकता हैं।

एमएमआरडीए की भ्रष्ट कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल 

एमएमआरडीए द्वारा रिंग रोड के लिए मंजूर भूमि   अंजूर फाटा लिंक मार्ग के पास बिल्डर को बहुमंजिला इमारत निर्माण की मंजूरी देकर रिंग रोड परियोजना को बक्से में बंद कर दिया गया है। जनहित सामाजिक संस्था के अनुसार, तत्कालीन ठाणे जिले के पालकमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा अधिकारियों की बैठक में रिंग रोड की मंजूरी प्रदान किए जाने के बावजूद एमएमआरडीए प्रशासन द्वारा बगैर तहकीकात ही रिंग रोड भूमि के बेहद समीप बिल्डर को बहुमंजिला इमारत निर्माण की मंजूरी दिया जाना नितांत गलत और मुख्यमंत्री शिंदे के आदेश का पूर्णतया उल्लंघन और शहरवासियों के साथ विश्वासघात है। महानगरपालिका प्रशासन सूत्रों की माने तो महानगरपालिका की नगर रचना विभाग द्वारा उक्त मुद्दे को पत्र लिखकर एमएमआरडीए को भेजने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला है।