कल्याण. शिपिंग कंपनी (Shipping Company) में नौकरी (Job) दिलाने के नाम पर 3 युवकों से 12 लाख की धोखाधड़ी (Fraud) कर फरार हुई एक आरोपी महिला को 8 महीने बाद खड़गपाड़ा पुलिस (Kharagpara Police) ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया हैं। गिरफ्तारी से पहले घर पर खूब नाटकीय ड्रामा हुआ और करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार करने में सफल हुई।
मिली जानकारी के अनुसार, छिप कर रह रही आरोपी महिला के फ्लैट पर जब पुलिस पहुंची तो दरवाजे पर ताला लटका हुआ था। खड़गपाड़ा पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी युवती मानसी खंडेलवाल और उसकी मां रागिनी खंडेलवाल घर के अंदर ही हैं। पुलिस भी पीछे नहीं हटी, उसने बाहर का ताला खुलवाया और आरोपी से अंदर का दरवाजा खोलने की बात कही, जब अंदर से दरवाजा नहीं खोला गया तो भी महिला पुलिसकर्मी दरवाजे पर डटी रही और करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवती की मां रागिनी खंडेलवाल ने दरवाजा खोला तब जाकर पुलिस ने मानसी खंडेलवाल को गिरफ्तार किया।
आरोपी महिला पर धोखाधड़ी के 3 मामले दर्ज
बताया जाता है कि टैगोरनगर, विक्रोली की रहने वाली मनीषा सिंह नामक एक महिला ने 1 जनवरी 2021 के दिन कल्याण के खड़कपाड़ा पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपी मानसी खंडेलवाल पर धोखाधड़ी के 3 मामले दर्ज हैं। जिसमें एक 14 करोड़ की जालसाजी का मामला बताया जा रहा है। साल 2019 में मानसी और उसके सहयोगी निखिल उर्फ मुत्थू ने अपने आपको बालाजी मरीन इंटरप्राइजेज शिपिंग कंपनी का डायरेक्टर बताकर शिप में नौकरी लगाने के लिए 3 युवकों से चार-चार लाख रुपए लिए थे। जनवरी 2021 को मुकदमा दर्ज होने के बाद से दोनों आरोपी फरार थे। 8 महीने बाद मानसी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसका साथी निखिल उर्फ मुत्थू अभी फरार है। खड़गपाड़ा पुलिस के अनुसार, आरोपी युवती अपनी मां के साथ आधरवाड़ी स्थित त्रिवेणी गार्डन नामक सोसायटी में खुद के फ़्लैट में रह रही थी। एक रिक्शा चालक उन्हें जरूरत का सामान दे जाता था और पुलिस को चकमा देने के लिए बाहर से ताला बंद कर देता था। अपने सूत्रों से पक्की सूचना मिलने के बाद खड़कपाड़ा पुलिस ने छापा मारा और दो घंटे की मशक्कत के बाद आखिकार 8 माह से फरार आरोपी महिला मानसी को गिरफ्तार कर लिया। आगे की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है।