कल्याण: कल्याण पूर्व (Kalyan East) रेल परिसर से झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के मामले में कल्याण के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे (MP Dr. Shrikant Shinde) ने कहा कि पुनर्वसन (Rehabilitation) के बिना झोपड़ों (Slums) को हाथ भी नहीं लगाने देंगे। इस मुद्दे को लेकर मध्य रेलवे (Central Railway) के डीआरएम के साथ बैठक भी हुई और उनको एक ज्ञापन भी दिया गया।
गौरतलब है कि रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे लाइन के किनारे अतिक्रमण कर बनाई गई झुग्गी-झोपड़ियों को फौरन हटाने का फरमान जारी किया था। जिसके बाद मध्य रेलवे के अधिकारियों ने झोपडाधारकों को नोटिस देकर एक सप्ताह में खाली करने का निर्देश दिया था। नोटिस मिलने के बाद झोपडाधारकों में खलबली मच गई है और उन्हें उनका आशियाना उजड़ने का डर सता रहा है। बताया जाता है कि यह लोग पिछले 30-40 साल से इन झोपड़ों में रह रहे हैं।
सांसद ने लिखा केंद्रीय रेल राज्यमंत्री को पत्र
डीआरएम के साथ हुई बैठक के बाद कल्याण के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने कहा कि झोपडाधारकों को घर खाली कराने से पहले उन्हें पुनर्वसन किया जाए, इसके लिए उन्होंने केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रावसाहब दानवे को पत्र लिखा था। शिंदे ने रेल प्रशासन को राज्य सरकार, जिलाधिकारी और स्थानीय निकाय स्तर पर एक संयुक्त बैठक बुलाने के लिए कहा ताकि उजड़ने से पहले झोपडाधारकों के पुनर्वसन का मार्ग प्रशस्त हो सके। सांसद श्रीकांत शिंदे ने डीआरएम को ज्ञापन देने के बाद कहा कि 30-40 सालों से रह रहे लोगों को अचानक बेघर कैसे किया जा सकता है? बेघर होने के बाद वे कहां जाएंगे? इसलिए जब तक पुनर्वसन नहीं हो जाता तब तक हम झोपड़ों को हाथ तक नहीं लगाने देंगे।