ठाणे : औरंगाबाद (Aurangabad) का नाम संभाजीनगर (Sambhajinagar) रखने को लेकर आक्रामक हुए एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ( MP Imtiaz Jalil) को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने चेतावनी दी है। उन्होंने इम्तियाज जलील द्वारा औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर रखने के विरोध करते हुए कानूनी कार्रवाई (Legal Action) करने और सड़कों पर उतरने की चेतावनी को लेकर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने में सक्षम है कि कोई भी विधायक (MLA) या सांसद (MP) कानून अपने हाथ में न ले सके और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचे
गौरतलब है कि हाल में ही पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का फैसला किया है। हालांकि राज्य में अब एकनाथ शिंदे की सरकार सत्ता में आ गई है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के इस फैसले को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है। वहीं इस मुद्दे को लेकर एमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर रखने पर अपना विरोध जताया है। जलील ने कहा था कि किसी के परिवार के लिए औरंगाबाद का नाम संभाजी रखना उचित नहीं है। जलील ने उन्हें समय आने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। जलील की भूमिका को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ चेतावनी दी है कि कोई भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता। कोई भी विधायक हो या सांसद, कानून को भंग नहीं कर सकता। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है और कहा कि कोई भी सड़कों पर उतरने की भाषा का प्रयोग न करे।
An all party meeting was called by MP Imtiaz Jaleel regarding the name change of Aurangabad. Leaders from all across came together to protect the name of our historical city of Aurangabad@asadowaisi @imtiaz_jaleel pic.twitter.com/sDyMZSk9pb
— amar binhydra (@amar_binhydra) July 5, 2022
कितने और लोगों को निकाला जाएगा?
मुख्यमंत्री ने संसद में भावना गवली को पद से हटाए जाने और उनके स्थान पर ठाणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के सांसद राजन विचारे की नियुक्ति पर नाराजगी जताई है। उन्होंने सवाल उठाया है कि कितने और लोगों को निकाला जाएगा। हमने शिवसेना नहीं छोड़ी है, हम अभी भी शिवसेना में हैं, हमें विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूरी दे दी है। साथ ही उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हम बालासाहेब ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे के विचारों पर आगे बढ़ेंगे।
आदिवासी समाजातील सक्षम आणि कतृत्त्ववान महिला म्हणून शिवसेनेने भाजपाप्रणित राष्ट्रीय लोकशाही आघाडीच्या उमेदवार श्रीमती #द्रौपदी_मुर्मू यांना पाठिंबा द्यावा, अशी लेखी मागणी माझ्या वतीने माननीय पक्षप्रमुख उद्धवजी ठाकरे यांच्याकडे करण्यात आली आहे.@murmuu_draupadi @OfficeofUT pic.twitter.com/wBEY0VQLVB
— Rahul Shewale – राहुल शेवाळे (@shewale_rahul) July 5, 2022
राहुल शेवाले के पत्र का समर्थन
सांसद राहुल शेवाले ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बीजेपी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने को कहा है। राहुल शेवाले के पत्र का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने समर्थन किया है और मुर्मू आदिवासी महिला हैं। यह अवसर उनके लिए बहुत बड़ी बात है। यह कहते हुए कि यह आदिवासी समुदाय का सम्मान है, मुख्यमंत्री ने कहा कि शेवाले द्वारा दिया गया पत्र सही था।