The heat of Tripura violence reached Maharashtra, after stone pelting in Nanded and Amravati, the state's Home Minister, leaders appeals to masses
Photo:Twitter

    Loading

    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के नांदेड़ और अमरावती (Amravati) शहर में हुए पथराव के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। दिलीप वालसे पाटिल ने कहा, हम हिंसा की निंदा करते हैं। हम स्थिति को नियंत्रण में रखने और शांति बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

    एएनआई के अनुसार, अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में रैलियों में हिंसा पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा, हम हिंसा की निंदा करते हैं। मैंने सामाजिक सद्भाव और शांति बनाए रखने में मदद करने के लिए अमरावती के सांसद देवेंद्र फडणवीस से बात की है। हम स्थिति को नियंत्रण में रखने और शांति बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

    इस बीच देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि, ‘हम महाराष्ट्र में हो रहे विरोध और हिंसा की निंदा करते हैं। त्रिपुरा पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फर्जी तस्वीरों का पर्दाफाश किया है। मैं अमरावती के लोगों से सामाजिक सद्भाव और शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’ 

    दरअसल अमरावती में शनिवार को बंद के दौरान भीड़ ने विभिन्न स्थानों पर पथराव (Stone Pelting) किया और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। यह घटना त्रिपुरा की सांप्रदायिक हिंसा (Tripura Violence) के विरोध में अमरावती और नांदेड़ जैसे शहरों में शुक्रवार और शनिवार को रैलियां आयोजित की गई थीं। 

    इस बीच अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने कहा है कि, अमरावती में जो कुछ हुआ उसकी हम निंदा करते हैं। मैं नागरिकों और राजनीतिक नेताओं से अपील करता हूं कि यहां सद्भाव और शांति बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। मैं कहना चाहती हूं कि इसे राजनीतिक रंग न दें बल्कि लोगों की सुरक्षा की बात करें। 

    वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने इस पूरे मामले पर कहा, “हम हिंसा (अमरावती, नांदेड़ और मालेगांव में रैलियों में) की निंदा करते हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों ने इन विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया है, उन पर यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी थी कि विरोध शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित किया जाए। 

    वहीं अमरावती के डीसीपी विक्रम साली ने कहा, पांच शिकायतों के आधार पर पुलिस मामला दर्ज कर रही है। फिलहाल यहां शांति है। इस विरोध मार्च के लिए पुलिस की अनुमति नहीं ली गई थी। शिकायतों के आधार पर हम इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।