Around 1200 to 2000 people from Maharashtra are trapped in Ukraine, Ajit Pawar said - working with the Center to bring everyone back safely
File Photo:ANI

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    मुंबई: मध्य मुंबई (Mumbai) के ताड़देव (Tardeo) इलाके में एक बहुमंजिला आवासीय इमारत (Building) की 19वीं मंजिल पर शनिवार सुबह भीषण आग (Fire In Mumbai Building) लगने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। मामले के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने पूरी घटना की जांच कराने की बात कही है। अजित पवार ने कहा है कि, मुंबई के तारदेव इलाके में कमला बिल्डिंग में लगी आग की घटना की जांच की जाएगी। मुंबई उपनगरीय हमारे संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) और मुंबई शहर के गार्डियन मिनिस्टर असलम शेख (Aslam Shaikh) जांच की निगरानी करेंगे। 

    बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि गोवालिया टैंक में भाटिया अस्पताल के सामने स्थित ‘सचिनम हाइट्स’ इमारत में सुबह करीब सात बजे आग लगी। उस समय इसमें रहने वाले कई लोग सो रहे थे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि आस-पास के अस्पतालों ने घायलों को भर्ती करने से इनकार कर दिया, जिसके कारण ”अधिक मौतें” हुईं। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घटना के बारे में जानकारी देते हुए नगर निकाय के एक अधिकारी ने कहा, ”यह 20 मंजिला इमारत है। आग इसकी 19वीं मंजिल पर लगी। सूचना मिलने पर दमकल कर्मी और पुलिस मौके पर पहुंची। इस घटना में कई लोग घायल हो गए, जिनमें से 29 को घायल अवस्था में आसपास के विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। जबकि कई अन्य लोगों ने घुटन जैसी स्वास्थ्य परेशानियों की शिकायत की।”

    अधिकारी ने बताया गया कि बीएमसी संचालित नायर अस्पताल ले जाए गए सात में से पांच घायलों की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल की मौत कस्तूरबा अस्पताल में हुई। अधिकारी ने कहा कि 17 घायलों को भाटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से पांच को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। शेष 12 में से तीन की हालत नाजुक है तथा उनका इलाज किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति को मसीना अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसकी हालत स्थिर है। दूसरे को वोक्हार्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक और मरीज को एच एन रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसे छुट्टी दे गई है।

    उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर आग बुझाने के लिए दमकल की 13 गाड़ियां और पानी के सात टैंकर घटनास्थल पर पहुंचे। इस आग को तीसरे स्तर की (भीषण) आग बताया गया है। आग पर दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर काबू पा लिया गया। एक अन्य अधिकारी ने कहा, ”19वीं मंजिल पर आग लगने के तुरंत बाद, निवासी अपने परिवार के सदस्यों के साथ बाहर की ओर भागने लगे। प्रत्येक मंजिल पर कम से कम छह फ्लैट हैं। आग ने तल को अपनी चपेट में ले लिया और कुछ निवासी वहां फंस गए।” उन्होंने कहा कि कुछ निवासियों के अनुसार, आग लगने के बाद इमारत में बिजली की आपूर्ति बंद हो गई। आग लगने के समय इमारत के कई निवासी सो रहे थे। उन्होंने कहा कि आग लगने का सटीक कारण अभी पता नहीं चल पाया है। 

    महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ”मैं यह जानकर स्तब्ध और व्यथित हूं कि आस-पास के अस्पतालों ने घायलों को भर्ती करने से इनकार कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप अधिक मौतें हुईं। यदि यह सत्य है, तो बीएमसी और राज्य प्रशासन को इन मौतों के लिये जवाबदेही तय करनी चाहिए और उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए जो इसके लिए जिम्मेदार हैं।”