- महामंडल के अधिकारियों की अनदेखी से डंपिंग यार्ड का स्वरूप हो रहा प्राप्त
- दर्शनीय हिस्से में तैयार हो रहा डंपिंग यार्ड, स्वच्छता पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत
वर्धा. स्थानीय नवनिर्मित बस स्टैंड में दिनों कचरा व गंदगी का अंबार लगा हुआ है़ दर्शनीय हिस्से में बड़े पैमाने पर कचरा डाले जाने से डंपिंग यार्ड का स्वरूप प्राप्त हो रहा है़ बस स्टैंड के अंदर तो नियमित सफाई की जाती है़ किंतु, आसपास के परिसर में अनदेखी होने के कारण कचरे की समस्या गंभीर होती जा रही है.
करोड़ों नागरिकों को एअरपोर्ट की तर्ज पर बस स्टैंड पर सुविधाएं उपलब्ध हो, इस दृष्टिकोण से करोड़ों रुपए का निधि खर्च किया गया़ पुराने बस स्टैंड को ढहाकर आधुनिक पद्धति से निर्माण कार्य किया गया़ किंतु, कम समय में बस स्टैंड विभिन्न समस्याओं से घिर गया है़ इसके पहले टाइल्स, छत के घटिया निर्माण कार्य सामने आया था़ शिकायते बढ़ने से फिर ठेकेदार को कार्य पूर्ण करना पड़ा. अब देखभाल के अभाव में कचरे की समस्या गंभीर होती जा रही है.
प्रवेश द्वार पर कचरा जमा न करें
बस स्टैंड प्रवेश द्वार के सामने खुली जगह है, जहां आसपास के व्यवसायियों की ओर से कचरा जमा किया जा रहा है़ किसी की भी रोकटोक नहीं रहने के कारण उक्त खुली जगह डंपिंग यार्ड का स्वरूप ले रही है़ तेज हवा आने पर कचरा बस स्टैंड में उड़ता है़ कई बार कचरा जलाने के कारण परिसर में धुआं-धुआं रहता है़ गंदगी से यात्रियों को परेशानी होने के कारण प्रवेश द्वार पर कचरा जमा नहीं हो. इसके लिए संबंधित प्रशासन ने प्रयास करने चाहिए.
उचित उपाय योजना करना हुआ जरूरी
बस स्टैंड पर प्रसाधनगृह के पास का परिसर नियमित सफाई नहीं होने के कारण प्लास्टिक कचरे से भर गया है़ उस प्रकार जहां पर पेयजल की व्यवस्था की है, वहां से नाली का पानी बहने से गंदगी का आलम है़ परिसर में पानी जमा रहने से पेयजल लाने जाने वाले नागरिक फिसल रहे है़ं लोग खर्रा व पान खाकर कहीं भी थूंक दे रहे है़ कचरा भी कूड़ादान में नहीं डाला जाता़ बस स्टैंड में सफाई बनी रहे इसके लिए प्रशासन ने उचित उपाय योजना करना जरूरी है.