15 वन्यजीवों को जंगल में छोड़ा, इलाज कराने रखा था करुणाश्रम में

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    वर्धा. घायल अवस्था में पाए गए वन्यजीवों को वन विभाग के अति जलद दस्ते की ओर से इलाज के लिए पीपल्स फॉर एनिमल्स की ओर से संचालित करुणाश्रम में दाखिल किया जाता है़ चिकित्सकों की ओर से दवा व उचित देखभाल के बाद स्वस्थ्य हुए 15 वन्यजीवों को सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया.

    वन्यजीवों को आपातकालीन परिस्थिति से बचाने वन विभाग का अति जलद पथक कार्यरत है़ घायल वन्यजीवों को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण व महाराष्ट्र प्राणिसंग्रहालय प्राधिकरण मान्यता प्राप्त पीपल्स फॉर एनिमल्स संचालित करुणाश्रम में दाखिल किया जाता है़  जिले का यह एकमात्र वन्यजीव इलाज का केंद्र है़ वन विभाग के उपवनसंरक्षक राकेश सेपट द्वारा वन्यजीवों के संरक्षण के निरंतर मार्गदर्शन किया जाता है.

    वन विभाग के रैपिड रेस्क्यू टीम व पीपल फॉर एनिमल्स की पहल

    वनपरिक्षेत्र अधिकारी रूपेश खेड़कर के मार्गदर्शन में वन विभाग के रैपिड रेस्क्यू टीम व पीपल फॉर एनिमल्स द्वारा बचाए गए 15 वन्यजीवों को जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया़  इसमें 1 मोर, 2 उल्लू, 2 बड़े अजगर, 1 नाग, 1 घोणस, दुर्लभ तथा दुनिया में सर्वाधिक तस्करी होने वाला पैनगोलिन तथा 1 बंदर ,2 कछुए आदि 15 वन्यजीवों का समावेश है.

    इस प्रसंग पर उपवनसंरक्षक राकेश सेपट के नेतृत्व में सहायक वनसंरक्षक जीपी बोबडे, अमरजीत पवार, वनपरिक्षेत्र अधिकारी रूपेश खेड़कर, वनपरिक्षेत्र अधिकारी गजभिये, नितिन जाधव पीपल्स फॉर एनिमल्स के सचिव आशीष गोस्वामी, मानद वन्यजीव रक्षक संजय इंगले तिगांवकर पीपल्स फॉर एनिमल्स के बचाव केंद्र प्रमुख कौस्तुभ गावंडे, अभिषेक गुजर, वन विभाग के वनपाल डेहनकर, वनरक्षक अडसर, वाहनचालक चारोले उपस्थित थे.