94 percent farmers have been allotted loss compensation due to excess rainfall
File Photo

  • 1.12 करोड़ रु़ का भेजा था प्रस्ताव

Loading

वर्धा. जिले में अगस्त व सितम्बर माह में अतिवृष्टि से फसलों का नुकसान दर्ज किया गया था़  जिला प्रशासन ने संभागीय आयुक्त की ओर भेजी गई रिपोर्ट में एरिगेशन व नानएरिगेशन कुल 1615.78 हेक्टेयर में फसल नष्ट होने की बात कही थी़  इसमें 2975 किसानों को 1 करोड़ 11 लाख 93 हजार 506 रु़ के राहत निधि की मांग की गई थी़ पिछले तीन माह से पीड़ित किसान मुआवजे की राह ताक रहे है़ं  समय रहते मदद मिलती तो रबी मौसम के लिए किसानों को काफी राहत होती.

सोयाबीन, कपास व फल-सब्जियां तबाह

जिले में समय पर बारिश होने से खरीफ में किसानों ने बड़ी मात्रा में बुआई की़  परंतु जिले में हुई अत्यधिक बारिश व अतिवृष्टि ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. जिले में अतिवृष्टि से सोयाबीन, कपास, सब्जी व फल-फसल का काफी नुकसान हुआ़  इससे किसान पूर्णत: आर्थिक तंगी में आ गया है़  ऐसे में उन्हें रबी मौसम के पहले नुकसान की राशि मिलने की उम्मीद थी, परंतु ऐसा नहीं हुआ़ इससे किसान फीर एक बार कर्ज उठाने पर मजबूर हो गया है. 

नुकसान की रिपोर्ट पुणे भेजी

अगस्त व सितम्बर माह में हुए नुकसान की रिपोर्ट जिला प्रशासन ने संभागीय आयुक्त सहित प्रधानसचिव मददकार्य व पुनर्वसन विभाग, कृषि व पशु विभाग, मुंबई तथा संभागीय आयुक्त कृषि आयुक्तालय, पुणे में भेजी है़  रिपोर्ट के अनुसार नानएरिगेशन की 1595.36 हेक्टेयर की फसल का 33 प्रश से अधिक नुकसान हुआ़ इसमें 2937 किसान बाधित हुए है़ं  उनके लिए 1 करोड़ 8 लाख 48 हजार 448 रु़ की मांग है.

सेलू तहसील के 29 किसानों के लिए 1 लाख 61 हजार 840 रु़ , देवली में 118 किसानों के लिए 5 लाख 37 हजार 268 रु़ , आर्वी के 1811 किसानों को 68 लाख 2 हजार 788 रु़ , आष्टी के 91 किसानों को 3 लाख के 91 किसानों को 3 लाख 33 हजार 200 रु़ , कारंजा के 787 किसानों को 2 लाख 51 हजार 813 रु़ व हिंगनघाट तहसील के 101 बाधित किसानों को 4 लाख 95 हजार 40 रु़ की मांग जिला प्रशासन ने सरकार से की है़ नुकसान के लिए प्रति हे़ आर. 6800 रु़ मदद की मांग हुई है़ वहीं एरिगेशन क्षेत्र की 5 हेक्टयर की फसल बर्बाद हुई है़ इसमें आर्वी 3.60 हे़ व हिंगनघाट 1.40 हेक्टयर क्षेत्र का समावेश है़ 9 बाधित किसानों के लिए 13 हजार 500 रु़ प्रति हे़ आर. के अनुसार 67 हजार 500 रु़ मदद की मांग है़ नुकसान का मुआवजा किसानों को कब मिलेगा, यह सवाल उपस्थित हो रहा है. 

फल बागीचे भी हुए नष्ट

सितम्बर माह में हुई अतिवृष्टि से 15.42 हेक्टयर क्षेत्र में फल बागिचे नष्ट हुए थे़ नुकसानग्रस्त 15 किसानों के लिए प्रति हे़ आर.18 हजार के अनुसार 2 लाख 77 हजार 560 रु़ की मदद की डिमांड है़ सर्वाधिक 14.62 हेक्टयर का नुकसान आर्वी तहसील में हुआ है. 

शीघ्र दें आर्थिक सहायता

मार्च, अप्रैल व मई माह में बारिश से 287.92 हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ था़  इसमें 467 किसान बाधित हुए थे़  इन किसानों के बैंक खातों में दीपावली के बाद 39 लाख 24 हजार 500 रुपए की मदद जमा हुई थी़  परंतु अगस्त व सितम्बर माह में हुए नुकसान की राशि अब तक किसानों को न मिलने से वे असंतोष व्यक्त कर रहे है़ं  राहत निधि शीघ्र प्रदान करें, ऐसी मांग पीड़ित किसान कर रहे है़.