वर्धा. पिछले 22 दिनों से जिले में एसटी कर्मियों की हड़ताल चल रही है़ इसमें रापनि का 4.25 करोड़ का आर्थिक नुकसान होने की जानकारी है़ कर्मियों को वापस काम पर लौटने के आदेश सरकार ने दिए है़ परंतु कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े हुए है़ परिणामवश सरकार ने कुछ कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई करते हुए रोजंदारी कर्मियों को सेवासमाप्ति के नोटिस जारी कर दिए़ इस कार्रवाई के कारण आंदोलनकारी कर्मचारियों में असंतोष बना हुआ है़ किसी भी समय उक्त आंदोलन गंभीर रूप ले सकता है.
रापनि का राज्य सरकार में विलीनीकरण करने की महत्वपूर्ण मांग की जा रही है. परंतु सरकार इस संबंध में कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है. पिछले 22 दिनों से जिले में एसटी के पहिए थमे होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है़ ग्रामीण अंचल के स्कूली विद्यार्थियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है. दूसरी ओर एसटी की हड़ताल के कारण निजी वाहनधारकों की चांदी है.
यात्रियों की मजबूरी का लाभ उठाकर उनसे अतिरिक्त भाड़ा वसूला जा रहा है़ सरकार ने एसटी कर्मियों की समस्या का हल निकालने की मांग सर्वत्र हो रही है.