
वर्धा. सार्वजनिक टीकाकरण मुहिम में राज्य सरकार ने ओर एक नए टीके का समावेश किया है़ न्यूमोनिया जैसी घातक बिमारी से बच्चों को बचाने के लिए न्यूमोकोकल का टीका दिया जा रहा है़ जुलाई माह में आरंभ हुई इस मुहिम में अब तक जिले में 4 हजार 500 नन्हों को पहला टीका दिया गया है़ वहीं 2238 बच्चों को दूसरा तथा 122 बच्चों को अब तक तीसरा याने बुस्टर डोज दिया जा चुका है़
बता दें कि, राज्य में पहली बार यह मुहिम चलायी जा रही है़ इसे सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है़ यह टीका न्यूमोनिया तथा अन्य न्यूमोकोकल बीमारियों पर 99 प्रतिशत कारगर साबित होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी है़ न्यूमोकोकल बीमारी याने स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया बैक्टेरिया (न्यूमोकोकस) शरीर में संक्रमन होकर विभिन्न बीमारियां उत्पन्न करता है़.
स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया यह बैक्टेरिया 5 वर्ष आयु के नीचे बच्चों में तेली से फैलता है़ न्यूमोकोकल न्यूमोनिया श्वसन मार्ग से होनेवाला एक संक्रमण हैं, जिससे लंग्ज पर सूजन आकर पानी भर जाता है़ परिणामवश सांस लेने में तकलीफ होती है़ इससे शरीर की आक्सीजन लेवल कम हो जाती है़ इस बीमारी में खांसी, दम लगना, बेहोशी आदि लक्षण पाये जाते है़.
यह बीमारी बच्चों के लिये जानलेवा है़ कोरोना के इस संकट में बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए सार्वजनिक टीकाकरण मुहिम के अंतर्गत न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन बालकों को दी जा रही है़
प्रतिवर्ष हो रही 50 हजार बच्चों की मृत्यु
न्यूमोनिया से देश में प्रतिवर्ष 50 हजार बच्चों की मौत होती है़ बच्चों की मौत का रेट रोकने केंद्र सरकार ने 2017 से न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन देश के बच्चों को लगाने की मुहिम शुरु की है़ प्रथम चरण में देश के 5 से 6 राज्य में यह मुहिम आरंभ की थी़ परंतु कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को अधिक खतरा होने के कारण अन्य राज्यों का इसमें समावेश किया गया़ महाराष्ट्र में पहली बार यह मुहिम शुरु हुई है़
दिये जा रहे तीन टीके
12 जुलाई से जिले में आरंभ हुई इस मुहिम में एक वर्ष से कम आयु के बच्चों को पीसीवी-1, पीसीवी-2 तथा बुस्टर इस प्रकार तीन डोज दिये जा रहे है़ पहला टीका डेढ माह की आयु में, दूसरा साडेतीन माह की आयु में तथा तीसरा टीका 9 वें माह में लगाया जा रहा है़
निजी अस्पतालों में 12 हजार रु़ कींमत
उल्लेखनिय हैं कि, कंजुगेट वैक्सीन के तीनों टीकों की कींमत निजी अस्पतालों में 12 हजार के करिब है़ न्यूमोनिया की यह वैक्सीन काफी महंगी होने से अनेक बच्चों इस टीके से वंचित रहते थे़ परंतु अब इस वैक्सीन का सार्वजनिक टीकाकरण मुहिम में समावेश किए जाने से गरिब परिवारों को काफी राहत मिली है़
टीका लाभार्थी
पीसीवी-1 4500
पीसीवी-2 2238
बुस्टर 122