वर्धा. कोविड से मृत्यु हो चुकी व्यक्ति के परिजनों को सरकार ने 50 हजार रु. आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया. इसके अनुसार निधि का वितरण भी हुआ़ परंतु तकनीकी समस्या पैदा होने से इसमें गड़बड़ी हुई़ इससे कुछ परिवारों को दो बार अनुदान का लाभ मिला है़ यह बात ध्यान में आने से इन परिवारों से अनुदान की राशि वसूलने का काम शुरू किया है. जिले में ऐसे 62 परिवार हैं, इनमें से अब तक 16 लोगों ने राशि लौटाई है़ वहीं 46 परिवारों ने राशि वापस नहीं की़ अब इन परिवारों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने के तैयारी में है.
बता दें कि राज्य के कई जिलों में यह गड़बड़ी हुई है़ इसमें करोड़ों रुपये कुछ परिवार को अनुदान के रुप में दो से तीन बार वितरित किये गये़ यह घोटाला तकनीकी समस्या के कारण होने की बात सामने आयी.
ऑनलाइन वितरण में हुई गड़बड़ी
ऑनलाइन तरीके से पीड़ित परिवारों को आवेदन करने थे़ इसके लिये जिला स्तर पर स्वतंत्र व्यवस्था की गई थी़ परंतु कुछ ठिकानों से मृतक के नाम पर दो से तीन आवेदन प्राप्त हुये थे़ इसमें दो बार आवेदन करने वालों की संख्या 23, तीन बार आवेदन करने वाले 4 व चार बार आवेदन करने वालों की संख्या 1 बताई गई है़ उन लोगों के बैंक खातों में दो बार राशि जमा की गई़ परंतु यह बात ध्यान में आते ही सरकार व प्रशासन में खलबली मच गई.
परिजनों को नोटिस जारी किया जाएगा
प्रशासन ने अब ऐसे परिवारों को अनुदान की राशि वापस लौटाने का आह्वान किया है़ इसे प्रतिसाद देते हुए करिब 16 लोगों ने 6 लाख रुपये प्रशासन को लौटा दिये है़ परंतु आज भी ऐसे 46 परिवार हैं, जिन्होंने अब तक उक्त राशि नहीं लौटाई है़ इन लोगों से करिब 23 लाख रुपये वसूलना बाकी है़ दिये गये समय में इन लोगों ने राशि नहीं लौटाई़ अब उन्हें नोटिस जारी किया जायेगा़ इसके बाद सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.