वर्धा. पिछले 21 दिनों से जिले में एसटी कर्मियों की हडताल शुरु है़ परिणामवश यात्रि व ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है़ इसी बीच सरकार के निर्देश पर एसटी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है़ जिले में अब तक 53 कर्मियों के निलंबन के बाद अब रोजंदारी पर कार्यरत करिब 61 कर्मियों को सेवासमाप्ति के नोटीस भेजे जाने की जानकारी है़ परिणामवश एसटी कर्मियों में सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त किया जा रहा है़
बता दें कि, राज्य में रापनि के कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर 29 अक्टूबर से आंदोलन शुरु किया़ राज्य सरकार ने कृछ मांगे पुरी करने से कृति समिती द्वारा हडताल पिछे लेने का निर्णय लिया़ परंतु इसमें से एक गुट ने रापनि का राज्य सरकार में विलीगीकरण करने की मांग पर जोर देते हुए आंदोलन जारी रखा़ इस ओर सरकार की अनदेखी होने से आंदोलन दिन ब दिन तीव्र होते जा रहा है़ पिछले 21 दिनों से जिले में एसटी के पहिए थमे हुए है़ त्यौहारो के दिनों में एसटी सेवा बंद रहने से यात्रियों को मुश्किलो का सामना करना पड रहा था़ इसे ध्यान में रखकर सरकार ने निजी वाहनधारकों को यात्रि परिवहन के लिए अनुमति दे दी़.
परंतु ग्रामीण क्षेत्र में एसटी न चलने से यात्रि व विद्यार्थियों को त्रासदी उठानी पड रही है़ इस मजबूरी का लाभ उठाकर निजी वाहनधारक भी बढाचढाकर किराया वसूलते नजर आ रहे है़ सरकार के साथ की गई चर्चा भी विफल साबीत हुई है़ एसटी कर्मचारी पिछे हटने के लिए तैयार नहीं. ऐसी स्थिति में उनपर दबाव बनाने की कोशी सरकार द्वारा की गई़ राज्यभर में हडताल पर जानेवाले कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई़ वर्धा जिले में अब तक 53 कर्मियों को निलंबीत किया गया़ बावजुद इसके हडताल पिछे लेने के लिए कर्मचारी तैयार नहीं है़
डेलीविजेस कर्मियों पर संकट
सरकार ने रापनि के कर्मियों को काम पर लौटने का आहवान किया है़ परंतु कर्मचारी अपनी मांग पर डटे हुए है़ परिणामवश कर्मियों के खिलाफ सरकार ने पुन: एक सख्त कदम उठाया है़ रापनि में रोजंदारी पर कार्यरत कर्मचारियों को सेवासमाप्ती के नोटीस जारी किये जा रहे है़ वर्धा विभाग में वर्धा, हिंगनघाट, तलेगांव, पुलगांव व आर्वी डिपो के करिब 61 कर्मियों को सेवासमाप्ति के नोटीस भेजे जाने की जानकारी है़
करोडो का नुकसान
पिछले 21 दिनों से जिले में एसटी के पहिए थमें हुए है़ जिससे प्रतिदिन 800 फेरियां प्रभावित हुई है़ दीपावली में भी एसटी सेवा बंद होने से रापनि को भारी नुकसान उठाना पडा़ अब तक एसटी को जिले में 4 करोड के करिब आर्थिक नुकसान होने की जानकारी है़