Kadam Hospital, Wardha

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    वर्धा. अवैध गर्भपात प्रकरण में अध्ययन करने के लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य संचालक डा़ अर्चना पाटिल ने छह सदस्यीय अध्ययन समिति का गठन किया. उक्त समिति ने दो दिन जिले में रूककर प्रकरण का विस्तृत अध्ययन कर जांच अधिकारियों से चर्चा की़ समिति ने इसका ड्राफ्ट तैयार कर लिया है़ एक-दो दिनों में सरकार को विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी़ छह सदस्यीय अध्ययन समिति में नागपुर के प्रादेशिक मनोरुग्णालय के वैद्यकीय अधीक्षक डा़ पुरुषोत्तम मडावी, सहायक संचालक डा़ दिगंबर कानगुले, राज्य पीसीपीएनडीटी की अशासकीय सदस्य डा़ आशा मिरगे, यूएनएफपीए के कार्यक्रम अधिकारी अनुजा गुलाटी, यूएनएफपीए के सलाहकार डा़ आसाराम खाडे, सलाहकार एड. वर्षा देशपांडे का समावेश है.

    संपूर्ण जांच करके जिले से रवाना हुई टीम

    समिति ने 18 जनवरी की शाम 4.30 बजे आर्वी में दस्तक दी़  पश्चात कदम अस्पताल में पहुंचकर सभी पहलूओं पर अध्ययन किया़  इस दौरान पुलिस अधीक्षक प्रशांत होलकर, अपर पुलिस अधीक्षक यशवंत सोलंकी, जांच दल के पीआई भानुदास पिदुरकर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे़ समिति ने आर्वी थाना व उपजिला अस्पताल को भेंट देकर कुछ जानकारी हासिल की़ देर रात्रि समिति वर्धा में पहुंची़  पश्चात 19 जनवरी को जिला अस्पताल में अहम बैठक बुलाई गई थी़ इसमें कई पहलूओं पर चर्चा व विचारमंथन हुआ़  जांच अधिकारी को गाइड लाइन की गई़ संपूर्ण जानकारी हासिल करके छह सदस्यीय अध्ययन समिति जिले से रवाना हुई.

    इन बातों पर किया गया ध्यान केंद्रीत

    अध्ययन समिति ने कदम अस्पताल से बरामद हुई सरकारी दवा, इंजेक्शन, शिशुओं की 12 खोपड़ियां व 54 हड्डियों के बारे में अहम जानकारी हासिल की है़ इसके अलावा सोनोग्राफी केंद्र के नवीनीकरण की अनुमति, डा़ कदम को मात्र 12 सप्ताह तक गर्भपात की अनुमति थी, किन्तु बरामद हुई शिशुओं की हड्डियां 14 सप्ताह की होने की बात सामने आयी है़ अस्पताल से मिले रजिस्टर में रिकार्ड का अभाव सहित अन्य कुछ अहम बातों पर समिति ने ध्यान केंद्रीत किए जाने की जानकारी है. 

    सरकार के समक्ष पेश की जाएगी जांच रिपोर्ट

    छह सदस्यीय अध्ययन समिति ने प्रकरण में बारिकी से अध्ययन किया है़ संपूर्ण जानकारी हासिल करके रिपोर्ट तैयार कर ली है़  विचारविमर्श के बाद यह रिपोर्ट एक-दो दिन में सरकार के पास पेश करेंगे.

    -पुरुषोत्तम मडावी, सदस्य, अध्ययन समिति.