कार सर्विस सेंटर पर कार्रवाई, 2 बाल श्रमिकों को किया रिहा

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    वर्धा. किसी भी प्रतिष्ठान में बाल श्रमिकों को काम पर रखना कानूनन जुर्म है़ बावजूद इसके कई प्रतिष्ठान, चाय टपरी व अन्य जगहों पर बाल श्रमिक काम करते दिखाई देते है़ं गुरुवार को शहर के धंतोली चौराहे पर यूनिक कार सर्विस सेंटर पर प्रशासन ने छापा मारा. यहां कार्यरत दो बाल श्रमिकों को रिहा किया गया. इस प्रकरण में सर्विस सेंटर के संचालक पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गई.

    जानकारी के आधार पर गुरुवार की दोपहर महिला बालकल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, शासकीय श्रमिक अधिकारी व चाइल्ड लाइन कृति दल समिति ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया़  यूनिक कार केयर सेंटर पर गत कुछ महीनों से दो बाल श्रमिक काम कर रहे थे़ इसकी भनक लगते ही गुरुवार की सुबह छापामार कार्रवाई की गई.

    जहां से एक 13 व दूसरा 15 वर्षीय बाल श्रमिक काम करते पाया गया़  दोनों बालकों को महिला व बालकल्याण विभाग के अधिकारियों ने कब्जे में लिया़  तत्पश्चात उन्हें शहर थाने को सौंपा गया़  मेडिकल के बाद दोनों बालकों को बालकल्याण समिति के हवाले किया गया.  

    बालकों की हुई मेडिकल जांच

    बालकों की मेडिकल जांच की गई. देर शाम को कार सर्विस सेंटर के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी़  इस कार्रवाई को बालसंरक्षण अधिकारी महेश कामडी, जिला समन्वयक आशीष मोडक, चाइल्ड लाइन की रिना पोराटे, दूकान निरीक्षक महेंद्र साकले, मदन पडवल, स्वास्थ्य विभाग के डा. प्रवीण धमाने, डा. चकोर रोकडे, पुलिसकर्मी शिवदास डोईफोडे, पैथालॉजिस्ट अंकुश कांचनपुरे, वैज्ञानिक प्रयोगशाला अधिकारी सहित चाइल्ड लाइन के सूरज वानखेडे, पुरुषोत्तम कांबले, प्रदीप वनकर, जयश्री निवल, माधुरी शंभरकर, अमर पाटील आदि ने अंजाम दिया़ आगे भी इस प्रकार की मुहिम चलायी जायेगी, ऐसी जानकारी बाल संरक्षण अधिकारी ने दी.